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Pariksha Pe Charcha 2025: लिखने की आदत, समय का सही उपयोग…किसानों वाली डाइट, PM मोदी ने छात्रों को दिए खास टिप्स

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह 11 बजे परीक्षा पे चर्चा में देशभर के छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों से संवाद किया। इसमें प्रधानमंत्री मोदी के साथ कुछ अन्य विशेषज्ञ और कई मशहूर हस्तियां भी शामिल रही। इस दौरान एक छात्रा ने पीएम से पूछा कि परीक्षा में अच्छे अंक नहीं आए तो हमारा फ्यूचर अच्छा नहीं होगा। इसपर एक पीएम ने कहा कि जिंदगी में मार्क्स मायने नहीं रखते। पीएम ने कहा कि यह हमारे समाज में घुस गया है कि अगर स्कूल में इतने नंबर नहीं आए तो जिन्दगी तबाह हो जाएगी। इस समय माता-पिता को तो समझा नहीं सकते। इसके लिए अब आपको खुदको तैयार करना है।

Pariksha Pe Charc modiha: Make a habit of writing, get enough sleep… Farmer’s diet, PM Modi gave tips to students in the discussion on examination: पीएम मोदी ने छात्रों को सेहत पर टिप्स देते हुए किसानों का जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि खाना किसानों की तरह खाना चाहिए। इसे समझाते हुए उन्होंने कहा कि किसान सुबह के वक्त पेटभर के खाना खाते हैं। उन्होंने सेहत पर टिप्स देते हुए किसानों का जिक्र किया। फिर खेत में चले जाते हैं, वहां कुछ हल्का-फुल्का खा लेते हैं फिर सूर्यास्त से पहले घर आकर खाना खाते हैं।

पीएम ने कहा कि सामने वाले को गलती ठीक करने से पहले उसकी अच्छाई के बारे में बताइए। अगर आप डायरेक्ट बोलोंगे तो उसे लगेगा कि सिर्फ मुझे ही क्यों कहा। पीएम ने कहा कि कोई भी उम्र क्यों ना हो, हमेशा लिखने की आदत होनी चाहिए। दैसे कविताएं लिखने वाली अपने विचारों को बांधते हैं। जैसे टीचर्स एग्जाम से पहले प्रश्न और उत्तर लिखवाते हैं। इसी तरह टीचर का काम है बच्चे की ताकत को पहचानना।

पीएम ने आगे कहा कि हर छात्र के पास 24 घंटे हैं। कुछ लोग इतने में बहुच अच्छा काम कर रहे हैं। कुछ लोगों को लगता है कि कुछ हुआ ही नहीं। इसका कारण है मेनेजमेंट ना होना। उनको नहीं पता कि समय का उपयोग कैसे करना है। सबसे पहले समय पर सोचना है कि मैं अपने समय का अच्छा उपयोग कैसे करूं। कागज पर अपना टाइमटेबल लिख लीजिए कि कल ये काम करने हैं और अगले दिन फिर मार्क कीजिए कि काम हुआ या नहीं। एग्जाम में मन को कैसे शांत रखें इसपर पीएम ने कहा कि इसका मतलब यह हुआ कि आप खुदको नहीं जानते हैं। सब बच्चे ऐस ही बात करते हैं कि यार कल पढ़ा नहीं पाया। कल मूड ठीक नहीं था। अगर ऐसा बोलेंगे बार-बार तो मन स्थित कैसे रहेगा। जो कर रहे हैं उसी पर ध्यान दें।