खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने सोमवार को यात्रियों को 1 से 19 नवंबर तक एयर इंडिया की उड़ानों में यात्रा न करने की धमकी दी है. इसके बाद पूरे देश में बवाल मच गया है. पन्नू ने दावा किया कि सिख नरसंहार की 40वीं बरसी पर एयर इंडिया की उड़ान पर हमला हो सकता है. पन्नू के धमकी के बाद गृह मंत्रालय अलर्ट मोड पर है.
बता दे कि सिख फॉर जस्टिस के संस्थापक गुरपतवंत सिंह पन्नू ने पिछले साल भी ऐसी ही धमकी दी थी. पन्नू की यह ताजा धमकी ऐसे समय में आई है जब भारतीय विमानों को बम की धमकी लगातार मिल रही है. हालांकि अभी तक ये धमकियां सिर्फ अफवाह साबित हुईं हैं.
देश में विमानों में बम की लगातार धमकियां मिलने के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सोमवार को एक हाई लेवल मीटिंग की. गृह सचिव ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के डीजी और ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी के डीजी से धमकियों की कॉल के बारे में विस्तृत जानकारी ली. सूत्रों के अनुसार, इस मीटिंग में सीआईएसएफ के डीजी और बीसीएएस के डीजी ने गृह सचिव को अब तक की जांच का ब्योरा दिया. विमानों में बम की धमकियों की अधिकतर धमकी भरी कॉल विदेशों से आई हैं.
बता दें कि पिछले 5 दिनों में 100 से अधिक एयरलाइंस को धमकी मिल चुकी है. गृह मंत्रालय ने बम की धमकी भरे कॉल के बाद सीआईएसएफ से एयरपोर्ट पर अधिक सतर्कता बरतने का निर्देश दिया है. इससे पहले शनिवार को ‘नागरिक विमानन सुरक्षा ब्यूरो’ ने एयरलाइंस के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के साथ बैठक की थी. बीसीएएस के अधिकारियों ने सीईओ को बम की धमकियों से निपटने के लिए मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन करने का निर्देश दिया.
सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि उन्होंने सभी हितधारकों को धमकियों और प्रतिक्रिया में लागू किए जा रहे उपायों के बारे में सूचित करने के महत्व को रेखांकित किया था. जांच से पता चला है कि इन धमकियों से जुड़े कुछ आईपी एड्रेस लंदन, जर्मनी, कनाडा और अमेरिका से आए हैं. हालांकि, अधिकारियों ने इस संभावना से भी इनकार नहीं किया कि धमकी देने वालों ने अपने वास्तविक स्थानों को छिपाने के लिए वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क का इस्तेमाल किया हो.