बिहार (Bihar) के पटना में एनडीए (NDA) ने एक बड़ी रणनीतिक बैठक की, जिसमें गठबंधन के सभी अहम नेताओं की मौजूदगी रही. राजधानी पटना स्थित बीजेपी कार्यालय (BJP Office) में हुई इस बैठक में केंद्र के कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan), डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी (Samrat Choudhary), ग्रामीण विकास मंत्री ललन सिंह, जेडीयू कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा समेत बीजेपी, जेडीयू, लोजपा और हम पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और मिथिलांचल के सांसद-विधायक शामिल हुए.
बैठक का मुख्य उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावित बिहार दौरे को लेकर तैयारियों की समीक्षा था. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिलीप जायसवाल ने बताया कि पीएम के कार्यक्रम को सफल बनाने की जिम्मेदारी सभी सांसदों और विधायकों को दी गई है.
बैठक के बाद डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने बड़ा राजनीतिक बयान दिया. उन्होंने साफ कहा कि नीतीश कुमार ही एनडीए के नेता हैं और आगे भी रहेंगे. उन्होंने तेजस्वी यादव को बहस की चुनौती देते हुए कहा कि आरजेडी के राज में बिहार में ना मेडिकल कॉलेज थे, न स्कूल, न यूनिवर्सिटी. आज 33 मेडिकल कॉलेजों पर काम चल रहा है.
सम्राट चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का बिहार और खासकर मिथिला क्षेत्र पर विशेष ध्यान है. उन्होंने बताया कि बिहार को PSU से करीब 40,000 करोड़ रुपये का निवेश मिलने वाला है, जिससे राज्य में नौकरी और रोजगार के नए अवसर बनेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में पिछले 5 सालों में 50 लाख से ज्यादा युवाओं को नौकरी और रोजगार मिला है. अब एनडीए की नजर 2030 तक विकसित बिहार के सपने को साकार करने पर है.