दिवाली दियों का त्योहार है। इसकी तैयारी हफ्तों पहले ही शुरू हो जाती है। घर की सफाई, साज-सजावट, शॉपिंग में कब समय निकल जाता है पता ही नहीं लगता। इस साल दिवाली (Diwali 2024) 31 अक्टूबर को मनाई जाएगी। इस खास त्योहार पर खूब मिठाइयां भी बांटी जाती हैं। इस दिन लोग अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को घर बुलाते हैं, उन्हें तोहफे देते हैं और उनका मुंह मीठा करवाते हैं। वैसे तो बाजार में कई तरह की स्वादिष्ट मिठाइयां मिलती हैं, लेकिन इस समय बाहर मिलावटी सामान काफी ज्यादा मिलता है।
इसलिए घर पर ही कुछ मिठाइयां बनाना ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है और सही रेसिपी फॉलो करके आप उन्हें स्वादिष्ट भी बना सकते हैं। इसलिए आज हम आपको गुलाब जामुन बनाने की रेसिपी बताने वाले हैं। गुलाब जामुन एक ऐसी मिठाई है, जो दिवाली के मौके पर जरूर बनाई जाती है। ये टेस्टी तो होती ही है, साथ ही, इसे बनाना भी काफी आसान होता है। आइए जानें घर पर टेस्टी और मुलायम गुलाब जामुन बनाने की रेसिपी।
गुलाब जामुन बनाने की सामग्री
गुलाब जामुन के लिए-
मावा – 250 ग्राम
छेना- 100 ग्राम
मैदा – 4 टेबलस्पून
बेकिंग पाउडर – 1/2 टीस्पून
दूध – 2-3 टेबलस्पून (जरूरत के अनुसार)
तेल – तलने के लिए
चाशनी के लिए-
चीनी – 2 कप
पानी – 1 कप
इलायची – 2-3
केसर के धागे – कुछ
गुलाब जल – 1 टेबलस्पून
गुलाब जामुन बनाने की विधि
चाशनी बनाएं- एक पैन में चीनी और पानी डालकर गैस पर चढ़ा दें। चीनी पूरी तरह घुल जाने के बाद इलायची और केसर डालें। चाशनी को एक तार की चाशनी की तरह गाढ़ा करें। गैस बंद कर दें और चाशनी को ठंडा होने दें।
गुलाब जामुन का आटा गूंदे- मावा और छेना को एक बर्तन में डालकर अच्छी तरह मिक्स करें। इसमें मैदा और बेकिंग पाउडर डालकर मिला लें और हल्के हाथों से अच्छी तरह गूंद लें।
लोइयां बनाएं- गूंदे हुए मैदे से छोटी-छोटी लोई बना लें। आप गुलाब जामुन में सूखे मेवे जैसे कि काजू, बादाम या पिस्ता भी डाल सकते हैं। गर्म तेल में धीमी आंच पर सुनहरा होने तक तल लें।
गुलाब जामुन को चाशनी में डुबोएं- तले हुए गुलाब जामुन को गरमागरम चाशनी में डाल दें। कम से कम 2 घंटे के लिए चाशनी में ही रहने दें ताकि गुलाब जामुन चाशनी अच्छे से सोख लें। गुलाब जामुन को रबड़ी के साथ भी सर्व कर सकते हैं।
इन बातों का जरूर रखें ध्यान
मावा और खोया को अच्छी तरह गूंदें ताकि गुलाब जामुन मुलायम बनें।
तेल को ज्यादा गर्म न करें, धीमी आंच पर ही गुलाब जामुन तलें।
चाशनी को गाढ़ा न करें, एक तार की चाशनी ही काफी होगी।
गुलाब जामुन को चाशनी में कम से कम 2 घंटे के लिए जरूर रखें।