मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठते ही सीएम पुष्कर सिंह धामी ने शासन स्तर पर फेरबदल करना शुरू कर दिया था. सबसे पहले सूबे के मुख्य सचिव को हटाया गया. इसके बाद से ही शासन और प्रशासनिक अधिकारियों के ट्रांसफर का दौर शुरू हो गया. सोमवार शाम को भी शासन स्तर पर 24 अधिकारियों के विभागों में फेरबदल किया गया है. शासन स्तर पर हुए इतने बड़े फेरबदल को लेकर जब कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि जो अधिकारी एक विभाग में लंबे समय से जमे बैठे हुए थे और विभाग को अपनी जागीर समझते थे, उन्हें हटना पड़ा है.
मंत्री जोशी ने कहा कि आगामी साल 2022 विधानसभा चुनाव में बेहद कम समय बचा है. सरकार को चार महीने के अंदर अपना कामों को परिणाम देना है. इसी को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों के विभागों में फेरबदल किया है. लिहाजा जिस मकसद से अधिकारियों के तबादले किए गए हैं, भविष्य में उसका परिणाम देखने को मिलेगा.
मंत्री जोशी ने कहा कि सब के काम करने की शैली अलग-अलग है. युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कार्य करने की शैली भी अलग है. यही वजह है कि 15 दिन के भीतर मुख्यमंत्री ने कई बड़े निर्णय लिए हैं. अधिकारियों की कार्यशैली में बदलाव लाने के सवाल पर जोशी ने कहा कि जब प्रधानमंत्री 18 घंटे और मुख्यमंत्री-मंत्री 16-16 घंटे काम कर सकते हैं तो अधिकारियों को भी काम करना पड़ेगा.
मंत्री जोशी ने कहा कि टीम तभी सफल होती है, जब टीम के सभी सदस्य काम करें. कार्यशैली में सुधार लाने के लिए शासन के अधिकारियों के बाद अब जिलाधिकारियों और कप्तानों की बारी है. जिस पर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा.