भारतीय क्रिकेटर युजवेंद्र चहल ने कोरियोग्राफर धनश्री वर्मा से तलाक के बाद पहली बार अपनी मानसिक स्थिति पर खुलकर बात की। उन्होंने अपनी निजी और पेशेवर जिंदगी के कई अनकहे पहलुओं को साझा किया। चहल ने बताया कि उन्होंने और धनश्री ने तलाक का फैसला कई महीनों पहले ले लिया था, लेकिन यह सोचकर रुक गए थे कि शायद चीजें सुधर जाएंगी। हालांकि, ऐसा नहीं हुआ और दोनों को अलग होना ही पड़ा। तलाक के बाद चहल को “धोखेबाज” जैसे शब्दों का सामना करना पड़ा। सोशल मीडियो पर उनकी खूब ट्रोलिंग हुआ। इस पर उन्होंने अपनी चुप्पी तोड़ी और खुलासा किया कि उस दौर में उनके मन में आत्महत्या तक के ख्याल और रहे थे। उन्हें सब कुछ छोड़ देने का मन कर रहा था।
चहल को क्यों कहा गया धोखेबाज
एक पॉडकास्ट में चहल ने बताया कि तलाक के बाद उन्हें गलत ठहराया गया और “धोखेबाज” का लेबल लगाया गया। जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी शादी को परफेक्ट दिखाने की कोशिश की थी, यह उम्मीद करते हुए कि चीजें ठीक हो जाएंगी, तो चहल ने कहा, “हां, ऐसा ही कुछ था।” उन्होंने बताया कि उन्हें लगता था कि शायद अलग होने का फैसला बदल सकता है और वे दोनों फिर से खुशी से साथ रह सकते हैं। चहल ने कहा, “तलाक के बाद मुझे धोखेबाज कहा गया, जबकि मैंने कभी किसी को धोखा नहीं दिया। मैं एक वफादार इंसान हूं। मेरे जैसा निष्ठावान व्यक्ति मिलना मुश्किल है। मैं अपने लोगों का बहुत ख्याल रखता हूं।” उन्होंने आगे कहा, “मुझे सबसे ज्यादा दुख तब होता है जब लोग पूरी सच्चाई जाने बिना मुझे जज करते हैं। बिना कुछ जाने मुझे दोष देना मुझे बहुत तकलीफ देता है।”
क्यों टूटी युजवेंद्र और धनश्री की शादी
चहल ने अपनी शादी टूटने की वजह बताते हुए कहा कि शादी एक “समझौता” है। उन्होंने बताया कि एक-दूसरे के साथ क्वालिटी टाइम न बिता पाने की वजह से उनके बीच दूरियां बढ़ती गईं। उन्होंने कहा कि शादी में दोनों पक्षों से समझौता जरूरी है, लेकिन कभी-कभी छोटी-छोटी अनबन सब कुछ बर्बाद कर देती है। चहल ने आगे बताया कि वह और धनश्री दोनों अपने करियर में व्यस्त थे, जिसके कारण पिछले कुछ सालों में उनके बीच तनाव बढ़ गया। इस तनाव का असर धीरे-धीरे उनके रिश्ते पर पड़ता गया, जिससे उनकी शादी टूट गई।