Breaking News

रमजान में भी हमास पर बरपा कहर : ट्रंप के बाद अब इस मुस्लिम देश ने भी दिया झटका

इजरायली सुरक्षा बलों (IDF) का गाजा पट्टी पर लगातार हमला जारी है। गाजा के अलग-अलग हिस्सों में इजरायली बमबारी में 21 और लोगों की मौत हो गई है। बीती रात दक्षिणी गाजा (Southern Gaza) के सबसे बड़े अस्पताल पर भी IDF ने हमला किया जिसके कारण एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई अन्य लोग घायल हो गए। इस हमले से अस्पताल में भीषण आग लग गई। इन ताजा हमलों के बाद से गाजा युद्ध ने फिर से भयानक रूप ले लिया है। दरअसल, इजरायल ने जनवरी में हुए सीजफायर को एकतरफा तोड़ते हुए पिछले हफ्ते से बमबारी शुरू की है।

फिलहाल यह युद्ध थमता नजर नहीं आ रहा क्योंकि हमास इजरायल का समर्थन करने वाले अमेरिकी शर्तों को मानने के लिए तैयार नहीं है तो दूसरी तरफ मिस्र के प्रस्ताव को इजरायल और अमेरिका मानने को तैयार नहीं है। इस बीच, इजरायल से सटे मुस्लिम देश जॉर्डन ने गाजा में बमबारी रोकने की अपील की है और इजरायल के सामने नया प्रस्ताव पेश किया है। मिडिल ईस्ट आई की एक रिपोर्ट के मुताबिक जॉर्डन ने गाजा में चल रहे युद्ध को समाप्त करने की कोशिश के तौर पर गाजा पट्टी से हमास और उसके सैन्य विंग के 3,000 सदस्यों और लड़ाकों को गाजा पट्टी से भगाने और निर्वासित करने की योजना का प्रस्ताव दिया है। बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी इसी तरह का प्रस्ताव दे चुके हैं, जिसके कई अरब देशों ने खारिज कर दिया था।

जॉर्डन के प्रस्ताव में क्या?
इस योजना से वाकिफ अमेरिकी और फिलिस्तीनी स्रोतों के अनुसार, निर्वासित किए जाने वालों में सैन्य और नागरिक नेता और हमास के सदस्य दोनों शामिल होंगे। रिपोर्ट में कहा गया है कि जॉर्डन के प्रस्ताव में एक निर्धारित समय-सीमा के अनुसार गाजा में हमास और अन्य प्रतिरोध गुटों के निरस्त्रीकरण का भी आह्वान किया गया है। इससे युद्ध-ग्रस्त गाजा पट्टी में हमास का शासन समाप्त हो जाएगा और फिलिस्तीनी प्राधिकरण को नियंत्रण संभालने की अनुमति मिल जाएगी।

रमजान में भी बरपा कहर
जॉर्डन ने यह प्रस्ताव ऐसे समय में पेश किया है, जब इजरायल ने पिछले हफ्ते यानी 18 मार्च की तड़के सुबह से हमास के साथ किए गए युद्धविराम समझौते का उल्लंघन करते हुए रमजान के महीने में फिर से बमबारी शुरू कर दी। मंगलवार (18 मार्च) को इजरायली लड़ाकू विमानों ने गाजा में उस वक्त दर्जनों हवाई हमले किए, जब लोग रमजान के दौरान सुबह-सुबह सेहरी के लिए जाग रहे थे। इस हमले में 200 बच्चों समेत 400 लोग मारे गए थे। फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, कुल मिलाकर अक्टूबर 2023 से अब तक इजरायली हमलों की वजह से 50,000 से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत हुई है, जिनमें लगभग 18,000 बच्चे शामिल हैं, जबकि 113,000 से अधिक घायल हुए हैं।