हरियाणा में लोकसभा चुनावों में 5 सीटों पर हार का सामना करने वाली भारतीय जनता पार्टी (BJP) की नायब सैनी सरकार विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए हर उस वर्ग को रिझाने में जुट गई है, जो उनसे छिटक गया था. लोकसभा चुनावों के दौरान अगर किसी वर्ग की सबसे ज्यादा नाराजगी भाजपा को झेलनी पड़ी थी तो वह कर्मचारियों का था. अब उनकी मांगों को लेकर संबंधित विभागों के मंत्री कर्मचारी संगठनों के साथ बातचीत कर समाधान में जुट गए हैं.
HKRN कर्मचारियों के लिए खुशखबरी
इसी कड़ी में अब नायब सैनी सरकार ने हरियाणा कौशल रोजगार निगम (HKRN) के तहत कार्यरत सवा लाख से अधिक कर्मचारियों को बड़ी राहत प्रदान की है. सरकार ने इन कर्मियों को गृह जिले में ट्रांसफर की सौगात दी है. इस फैसले से कर्मचारियों को अपने परिवार के साथ रहने का मौका मिलेगा और उन्हें घर से दूर रहने पर होने वाले खर्च से छुटकारा मिलेगा.
3 महीने में गृह जिले में भेजेगी सरकार
हरियाणा में इसी साल अक्टूबर महीने में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित है. ऐसे में सरकार 3 महीने से भी कम बचे अपने कार्यकाल में इन कर्मचारियों को उनके गृह जिले में भेज देगी. प्रदेश में इस समय 1.18 लाख कर्मचारियों में से 1.05 लाख कर्मचारी वे है, जो पहले से ही आउटसोर्सिंग पॉलिसी के तहत विभिन्न विभागों, निगमों व बोर्डों में कार्यरत हैं जबकि 13 हजार नई भर्तियां HKRN के माध्यम से हो चुकी है.