डीएसपी हीरालाल सैनी (DSP Hiralal Saini Case) के अश्लील वायरल वीडियो केस के बाद राजस्थान पुलिस अपने अधिकारियों और पुलिसकर्मियों के आचरण (Conduct) को लेकर गंभीर हो गई है. इस कड़ी में पहली गाज कोटा ग्रामीण के इटावा डीएसपी विजय शंकर शर्मा पर गिरी है. इटावा पुलिस उपाधीक्षक विजयशंकर शर्मा को पुलिस मुख्यालय ने सस्पेंड (DSP Vijayshankar Sharma suspend) कर दिया है. पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर ने शर्मा के शनिवार को निलंबन के आदेश जारी किए हैं. बताया जा रहा है कि सीओ विजयशंकर शर्मा के आचरण को लेकर पुलिस मुख्यालय को शिकायत मिली थी. उसकी जांच में शिकायत की पुष्टि के बाद यह पुलिस मुख्यालय ने यह सख्त कदम उठाया है.
इस घटनाक्रम के बाद कोटा ग्रामीण एसपी शरद चौधरी ने शनिवार को एक आदेश जारी कर रविवार को होने वाली रीट परीक्षा में नकल व अनुचित साधनों के प्रयोग की रोकथाम के लिए लगाई गई ड्यूटी से पुलिस उप अधीक्षक विजय शंकर शर्मा को हटा दिया. उनके स्थान पर आरपीएस मनजीत सिंह को लगाया गया है. शर्मा के खिलाफ शिकायत क्या थी इसका अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है. मुख्यालय की तरफ से बताया गया है कि कंडक्ट को लेकर शिकायत आई थी. सूत्रों की मानें तो विजयशंकर शर्मा बतौर सीआई जब कोटा शहर में पदस्थापित थे तो एक महिला कांस्टेबल ने मामला दर्ज कराया था.
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों अजमेर जिले के ब्यावर सर्किल के डीएसपी हीरालाल सैनी का महिला कांस्टेबल के साथ स्वीमिंग पूल में नहाते हुये अश्लील वीडियो वायरल हुआ था. इस वीडियो में अश्लीलता की सभी हदें पार कर दी गई थी. पुलिस उपाधीक्षक हीरालाल सैनी और महिला कांस्टेबल के लगातार दो अश्लील वीडियो वायरल होने से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था. उसके बाद हीरालाल सैनी और महिला कांस्टेबल दोनों को संस्पेड कर दिया गया था.
आरपीएस हीरालाल सैनी को बर्खास्त करने की भी सीएम अशोक गहलोत की ओर से मंजूरी मिल चुकी है. उसके बाद पुलिस महकमे ने इस तरह के मामलों में जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है. इसके तहत पुलिस मुख्यालय प्रदेशभर में खुफिया तौर पर ऐसे पुलिसकर्मियों की पहचान करने में जुटा है जिनके आचरण को लेकर शिकायतें हैं. बताया जा रहा है कि इसी कड़ी में इटावा डीएसपी विजयशंकर के खिलाफ कार्रवाई की गई है.