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CM धामी ने आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम का किया निरीक्षण, क्विक रेस्पांस का आदेश

देहरादून: पहाड़ों में लगातार बारिश का कहर जारी है. इस बारिश से जहां आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है वहीं, प्रदेश में लगातार बादल फटने की घटनाएं सामने आ रही हैं. बीते दिन उत्तरकाशी में बादल फटने से तीन लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 15 से 20 घरों में मलबा घुस गया और 4 से 5 मकान जमींदोज हो गए हैं.

वहीं, आज सुबह टिहरी में भी बादल फटने की घटना सामने आई है, जिसमें कई लोगों के घरों में मलबा घुस गया है. इन सभी घटनाओं को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने आज के सभी दौरे रद्द करते हुए आज सचिवालय स्थित आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया.

बता दें कि, उत्तराखंड में पिछले कई घंटों से जारी भारी बारिश के बीच राज्य सरकार विभिन्न संवेदनशील क्षेत्रों में आपदा प्रबंधन के तहत की गई तैयारियों का जायजा लेने में जुटी हुई है.

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्य तेजी से करने के निर्देश दिए. उन्होंने कंट्रोल रूम में राहत एवं बचाव कार्य की प्रगति रिपोर्ट का भी जायजा लिया. बता दें कि, प्रदेश में पिछले करीब 48 घंटों से लगातार बारिश जारी है. इसमें उत्तरकाशी, टिहरी, पिथौरागढ़ और हल्द्वानी समेत कई इलाकों में भारी बारिश से नुकसान हुआ है.

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार सायं जनपद उत्तरकाशी के अंतर्गत ग्राम निराकोट, कंकराड़ी, मांडों में अतिवृष्टि के कारण बादल फटने की घटना पर दु:ख व्यक्त करते हुए मृतकों की आत्मा की शांति व शोक संतप्त परिवार जनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है. मुख्यमंत्री ने रविवार सायं इसके बारे में पता चलते ही जिलाधिकारी, उत्तरकाशी से फोन पर बात कर घटना की जानकारी ली. उन्होंने जिला प्रशासन को राहत और बचाव कार्य शीर्ष प्राथमिकता पर करने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभावितों को अनुमन्य सहायता राशि अविलंब उपलब्ध कराई जाए.

मुख्यमंत्री ने प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर हो रही अतिवृष्टि को देखते हुए सभी जिलाधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिये हैं.

उन्होंने किसी भी दैवीय आपदा की स्थिति में क्विक रेस्पांस सुनिश्चित करने को कहा. मुख्यमंत्री ने सोमवार को सचिवालय स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र का भी आकस्मिक निरीक्षण किया. उन्होंने प्रदेश में अतिवृष्टि से हुए नुकसान की जानकारी ली.

मुख्यमंत्री ने राज्य आपदा परिचालन केन्द्र में ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों और कार्मिकों को राज्य में आपदा की स्थिति पर लगातार नजर रखने के निर्देश दिये. आपदा से संबंधित किसी भी घटना की जानकारी तुरंत उच्चाधिकारियों को देने के निर्देश दिए. इस अवसर पर सचिव आपदा प्रबंधन एसए मुरुगेशन व अन्य अधिकारी उपस्थित थे.