अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बयान में कनाडा के साथ व्यापारिक रिश्तों में उत्पन्न तनाव को उजागर करते हुए कहा कि कनाडा के साथ सौदा करना चुनौतीपूर्ण है। ट्रंप ने अपने एक बयान में कनाडा को ‘सबसे घटिया देशों में से एक’ बताया। ट्रंप ने कहा कि “हम कनाडा को 51वां राज्य मानते हैं,” यह टिप्पणी कनाडा को दी जाने वाली सालाना लगभग $200 बिलियन की सब्सिडी के संदर्भ में की गई।
ट्रंप ने बताया कि ऐतिहासिक रूप से दोनों देशों के बीच व्यापारिक मतभेदों के कारण व्यापारिक तनाव में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी व्यापार घाटे के आंकड़ों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है, जबकि अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कार्यालय ने 2024 के लिए व्यापार घाटे का अनुमान 63.3 बिलियन डॉलर बताया था।
उन्होंने यह भी जोड़ा कि “मैं हर देश के साथ सीधे या परोक्ष रूप से डील करता हूँ,” और कनाडा के मामले में उन्होंने कई मौकों पर कड़े शब्दों का प्रयोग किया। उनके अनुसार, कनाडा के उत्पादों में से कुछ ऐसे हैं जिनकी अमेरिका को वर्तमान में आवश्यकता नहीं है।
इस बीच, बैंक ऑफ इंग्लैंड के पूर्व गवर्नर एवं अर्थशास्त्री मार्क कार्नी ने कहा कि जब तक दोनों देशों के बीच व्यापक साझेदारी पर चर्चा नहीं की जाती, तब तक ट्रंप की टिप्पणियों पर कनाडा की संप्रभुता पर सवाल उठते रहेंगे।
यह बयान अमेरिकी-कनाडाई व्यापारिक रिश्तों में जारी विवाद और मतभेदों की पुष्टि करता है, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापारिक वार्तालापों और नीतिगत परिवर्तनों की संभावनाएं बनी हुई हैं।