उत्तर प्रदेश के सम्भल में लोकसभा चुनाव के प्रत्याशियों पर शर्त लगाना दो युवकों को भारी पड़ गया. बीजेपी या सपा, बदायूं से कौन सी पार्टी जीतेगी, इस पर दोनों युवकों ने दो लाख 30 हजार रुपये की शर्त लगाई थी. यहां तक कि दोनों ने इसका एफिडेविट भी बनवा लिया था. जैसे ही बात पुलिस तक पहुंची को दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया. एएसपी अनुकृति शर्मा ने कहा कि दोनों के खिलाफ जुआ एक्ट धारा-13 के तहत मामला दर्ज किया गया है. मामले में आगामी कार्रवाई जारी है.
मामला रजपुरा थाना के गांव पतेई नासिर गांव का है. यहां रहने वाले विजेंद्र और नीरेश के बीच अपने-अपने पसंदीदा कैंडिडेट को लेकर शर्त लगी थी. बदायूं सीट पर विजेंद्र ने भाजपा के दु्र्विजय शाक्य पर दांव खेला था. तो नीरेश ने सपा के आदित्य यादव पर. अगर दुर्विजय शाक्य चुनाव जीतते तो जीत की रकम विजेंद्र को मिलती. अगर आदित्य यादव जीतते तो जीत की रकम नीरेश को मिलती. लेकिन 4 जून को चुनाव के नतीजे आने से पहले दी विजेंद्र और नीरेश पर FIR दर्ज हो गई.
कहीं कोई इस शर्त से मुकर न जाए, इसके लिए उन्होंने रुपये अपने तीसरे साथी को दे दिये थे. इसका एफिडेविट भी बनवाया गया था. जिस पर चुनावी शर्त को लिखवाया गया था. इसके मुताबिक, हार जीत का अंतर पांच हजार या इससे कम वोट होने पर शर्त निरस्त मानी जानी थी. बदायूं लोकसभा सीट पर तीसरे चरण यानी सात मई को वोटिंग हो चुकी है और प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद है. 4 जून को इसके रिजल्ट आएंगे.
विजेंद्र को भरोसा था कि बदायूं सीट से बीजेपी प्रत्याशी दुर्विजय सिंह शाक्य ही जीतेंगे. वहीं, नीरेश को सपा के आदित्य यादव पर पूरा भरोसा था. लेकिन अब जब से दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है, वो टेंशन में आ गए हैं. उन्हें डर है कि अब 2 लाख 30 हजार रुपये का पुलिस क्या करेगी. साथ ही ये भी डर है कि आगे उनके खिलाफ क्या एक्शन लिया जाएगा.