कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने कहा कि राज्य में नई कृषि नीति तैयार हो चुकी है और इसे जल्द ही लागू भी कर दिया जाएगा। कृषि मंत्री गांव सलीना में धार्मिक जोड़ मेले में शिरकत करने आए थे। इस मौके उन्होंने धार्मिक स्थान प्रमुख परमहंस संत बाबा गुरजंट सिंह से आशीर्वाद भी हासिल किया।
इस मौके पर कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने कहा कि राज्य में नई कृषि नीति तैयार हो चुकी है और मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ कुछ नुक्तों के लिए सलाह करने के बाद इसे तुरंत लागू कर दिया जाएगा। उन्होंने राज्य में फसली विभिन्नता के लिए किसानों को मक्का और दालों की काश्त पर आ रही मंडीकरण की समस्या पर केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराते कहा कि कम से कम समर्थन मूल्य (एमएसपी) केंद्र सरकार की ओर से दी जाती है। राज्य सरकार किसानों को खेती संकट में से निकालने और इस को लाभकारीबनाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने सवाल का जवाब देते कहा कि राज्य में पराली प्रबंधन मुद्दे पर किसानों को मुआवजा देने की मांग केंद्र ने ठुकरा दी है। पंजाब में इस समय हवा की गुणवत्ता का स्तर बिल्कुल आम की तरह है।
पंजाब तो दिल्ली से 300 किलोमीटर दूर है यह धुआं के साथ लगते राज्यों हरियाणा, राजस्थान नहीं जा रहा तो दिल्ली कैसे पहुंच गया है। राज्य में पहली बार पराली के उचितप्रबंधन के लिए बजट में विशेष तौर पर 350 करोड़ रुपए के फंड आरक्षित रखे गए हैं। उन्होंने दावा किया कि पिछले साल के मुकाबले इस साल राज्य में पराली को आग लगाने की घटनाओं में 53 प्रतिशत कमी आई है। उन्होंने कहा कि 1 नवंबर को एसवाईएल मुद्दे पर होने वाली ‘खुली बहस’ में पंजाब के लोगों को शामिल होना चाहिए। उन्होंने पंजाब भाजपा प्रधान सुनील जाखड़ की ओर से इस खुली बहस के लिए प्रो. निर्मल जोडा के मंच संचालन पर उंगली उठाने के सवाल का जवाब देते कृषि मंत्री ने कहा कि रवायती पार्टियों के नेताओं ने राज्य के मुद्दों पर लोगों को गुमराह किया जा रहा है पंजाब के मुद्दों के लिए इनको राज्य के लोगों आगे जवाबदेह बनाया जाएगा।