आम आदमी पार्टी(आप) ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के बयान को पूरी तरह से खारिज किया और इसकी निंदा की। धनखड़ ने कहा था कि पंजाब यूनिवर्सिटी हरियाणा के कॉलेजों को संबद्धता देगी। उपराष्ट्रपति पंजाब यूनिवर्सिटी के चांसलर भी हैं। उनके ताजा बयान से पंजाब की राजनीति में बवाल मच गया है।
आप पंजाब के मुख्य प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि पीयू पंजाब की विरासत का प्रतीक है और इस पर हमारा भावनात्मक, ऐतिहासिक और संवैधानिक अधिकार है। पंजाब यूनिवर्सिटी से हरियाणा के किसी भी कॉलेज को संबद्धता नहीं दी जा सकती क्योंकि पंजाब के अलावा किसी अन्य राज्य का पीयू पर कोई अधिकार नहीं है।
कंग ने कहा कि उपराष्ट्रपति को अपने पद की गरिमा बनाए रखनी चाहिए और भाजपा के एजेंट के रूप में कार्य करने से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा पंजाब के अधिकारों पर हमला करती रहती है लेकिन उन्हें पता होना चाहिए कि आम आदमी पार्टी की सरकार हमेशा पंजाब के अधिकारों और हितों की रक्षा करेगी।
कंग ने पंजाब बीजेपी अध्यक्ष सुनील जाखड़ को चुनौती दी कि अगर उन्हें पंजाब की चिंता है तो वे इस मामले पर बीजेपी और उपराष्ट्रपति के खिलाफ आवाज उठाएं। उन्होंने जाखड़ से इस विश्वासघाती कदम की निंदा करने और पीयू की संरचना में बदलाव के खिलाफ खड़े होने को कहा। उन्होंने कहा कि पंजाब बीजेपी नेताओं को पंजाब और पंजाब यूनिवर्सिटी से जुड़े मामलों पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए। कंग ने कहा कि पंजाब के लोगों को भाजपा नेताओं से कोई उम्मीद नहीं है क्योंकि वे सभी एक जैसे हैं और पंजाब के लिए उनके इरादे अच्छे नहीं हैं।