कांग्रेस के घोषणा पत्र में शामिल चारधाम चार काम घोषणा के बाद पार्टी ने इससे आगे का रोडमैप भी जनता के सामने रख दिया है। सरकार बनने पर पार्टी ने चार प्रमुख घोषणाओं को अमलीजामा पहनाने के लिए चारधाम चार काम अलग विभाग बनाने की घोषणा की है। इसके साथ एक कैबिनेट स्तर के मंत्री को विभाग की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। इस विभाग का सचिव एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी होगा। यह विभाग प्रतिवर्ष अपनी प्रोग्रेस रिपोर्ट वेबसाइट के माध्यम से जनता के सामने रखेगा।
सोमवार को राजीव भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में प्रवक्ता प्रो. गौरव वल्लभ ने इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 10 मार्च को कांग्रेस की सरकार बनने पर चारधाम चार काम एक नया विभाग बनाया जाएगा। इस विभाग का अलग से कैबिनेट मंत्री होगा, जबकि एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी को सचिव की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। यह विभाग प्रतिवर्ष अपनी प्रोग्रेस रिपोर्ट लोगों के सामने रखेगा। इस रिपोर्ट में प्रतिवर्ष बताया जाएगा कि कितने युवाओं को रोजगार मिला। कितने गांव- कितने घरों तक स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ पहुंचाया गया। उन पांच लाख लोगों का विवरण भी होगा, जिन्हें सरकार प्रतिवर्ष 40 हजार रुपये की स्वावलंबन राशि देगी। इसके अलावा पांच सौ के भीतर उत्तराखंड के सभी परिवारों को मिलने वाले गैस सिलिंडर का विवरण भी होगा। यह रिपोर्ट प्रतिवर्ष उत्तराखंड वासियों के समक्ष वेबसाइट के माध्यम से प्रस्तुत की जाएगी।
देहरादून में खरीदे उपकरण समुद्र के रास्ते पहुंचे ऋषिकेश
प्रो. गौरव वल्लभ ने कहा कि भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार की इंतहा हो गई। उन्होंने कहा कि एम्स ऋषिकेश में हुए घोटाले से यह स्पष्ट हो जाता है कि उत्तराखंड के लोगों को स्वास्थ्य सुविधा क्यों नहीं मिल पाई। इस घोटाले में देहरादून से खरीदे गए मेडिकल उपकरण समुद्र के रास्ते ऋषिकेश पहुंचाए गए। जो पैसा कोरोना के दौरान दवाई, ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए मिलना चाहिए था, वह पैसा डबल इंजन की भ्रष्टाचारी सरकार हजम कर गई।
उत्तराखंड के चार धामों का भाजपा ने किया अपमान
प्रो. गौरव वल्लभ ने कहा कि भाजपा ने उत्तराखंड के चार धामों का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह उत्तराखंडी स्वाभिमान और हमारे चारों धामों का अपमान कर के चले गए, लेकिन मुख्यमंत्री धामी के मुख से एक शब्द उनके विरोध में नहीं निकला। कांग्रेस पार्टी उनके इस वक्तव्य की घोर निंदा करती है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड वासियों के लिए चार धाम का मतलब बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा अपनी ओछी राजनीति के लिए हमारे धर्म की आस्था का मजाक बना रही है। उन्होंने इसके लिए भाजपा को जनता से माफी मांगने की सलाह दी है। बताते चलें कि ऊधमसिंह नगर में आयोजित एक चुनावी रैली में भाजपा के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और रॉबर्ट बाड्रा को कांग्रेस के चारधाम बताया था।
पीएम की वर्चुअल रैली में भी नहीं जुट रही भीड़
प्रो. वल्लभ ने कहा कि उत्तराखंड की जनता राज्य में परिवर्तन का मन बना चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वर्चुअल रैली तक में भीड़ नहीं जुट पा रही है। इसलिए वह लगातार अपनी सभाएं रद्द कर रहे हैं। भाजपा के बड़े-बड़े नेताओं की सभाओं का यही हाल है। उन्होंने कहा कि चुनाव को अब कुछ ही दिन रह गए हैं, लेकिन भाजपा अभी तक अपना घोषणापत्र जारी नहीं कर पाई है। इससे स्पष्ट है उसे भी इस बात का भान हो चुका है कि इस सरकार से उसकी विदाई तय हो गई है।