उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव तैयारियों के बीच बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावर्ती ने पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक के बाद उन्होंने प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि चुनाव आचार संहिता सख्ती से लागू हो ओर चुनाव आयोग इस पर सख्ती से नजर रखे। सरकारी मशीनरी में चुनाव आयोग का खौफ जरूरी है। उन्होंने कहा कि निष्पक्ष चुनाव के लिए चुनाव आयोग का सख्त होना जरूरी है। अधिकारी निष्पक्ष रूप से कार्य करें और पारदर्शिता से चुनाव प्रक्रिया को सम्पन्न करायें। उन्होंने सत्ताधारी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव को धार्मिक रंग दिया जा रहा है। मायावती ने कहा कि बीएसपी एक अनुशासित पार्टी है। बसपा के कार्यकर्ता आचार संहिता का पालन करेंगे। बीएसपी की कथनी-करनी में कोई अंतर नहीं है। जो कहा जाएगा उसका पालन भी होगा। मायावती ने कहा कि बीएसपी कहने से ज्यादा करने में विश्वास करती है।
ज्ञात हो कि बीएसपी प्रमुख मायावती ने भी टिकट बंटवारे को लेकर रविवार को बैठक बुलाई थी। माना जा रहा है कि जल्द ही मायावती चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों का ऐलान करेंगी। अब तक मायावती ने 300 से ज्यादा विधानसभा सीटों के लिए अनौपचारिक रूप से टिकट का ऐलान कर चुकी हैं। इन उम्मीदवारों को अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में काम भी करने को कह दिया गया है।
इस बैठक में समीक्षा के बाद इनमें से कई लोगों के टिकट काटे भी जा सकते हैं और कुछ के टिकट में फेरबदल भी किया जा सकता है। बीएसपी ने सबसे ज्यादा मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया है, उसके बाद ब्राह्मणों का नंबर है। बसपा की ओर से ओबीसी उम्मीदवार को भी काफी तादाद में टिकट देने की सम्भावना हैं। ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश में 7 चरणों में विधानसभा चुनाव होंगे। यूपी विधानसभा का कार्यकाल 14 मई 2022 को पूरा हो रहा है। ऐसे में 14 मई से पहले हर हाल में विधानसभा और नई सरकार के गठन की प्रकिया पूरी हो जानी है।