वाराणसी के काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर परिसर में निर्माण कार्य के दौरान पत्थर का एक बड़ा हिस्सा गिर गया है. इस हादसे में एक मजदूर की मौत हो गई है. वहीं चार लोग घायल बताए जा रहे हैं. घायल मजदूरों को वाराणसी के मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया. मौके पर कई पुलिस अधिकारी पहुंच चुके हैं और मामले की जांच की जा रही है. परिसर निर्माण के दौरान बड़ा हादसा अब ये पहली बार नहीं है जब काशी विश्वानाथ कॉरिडोर में यूं हादसा हुआ है. कुछ महीने पहले दो मजदूरों की भी एक हादसे में मौत हो गई थी. वो मजदूर काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के निर्माण कार्य में ही लगे हुए थे. वो पास में ही एक दो मंजिला इमारत में रह रहे थे. लेकिन एक दिन वो इमारत ढह गई. उस वजह से 2 मजदूर ने जान गंवाई और सात घायल हो गए थे. इसके बाद जून में भी नीलकंठ स्थित एक मकान ढह गया था. उस हादसे में एक मजदूर ने अपनी जान से हाथ धोया था.
एक ने गंवाई जान, घायलों का इलाज जारी
अब उन दो हादसों के बाद शनिवार को परिसर निर्माण के दौरान भी बड़ी दुर्घटना हो ली है. अब वो पत्थर कैसे गिरा, ये कोई लापरवाही रही या फिर कोई और वजह, ये सब अभी साफ नहीं हुआ है. लेकिन समय रहते घायल मजदूरों को पास के अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया और उनका इलाज जारी है.
मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट, इस साल बनकर होगा तैयार
जानकारी के लिए बता दें कि वाराणसी का काशी विश्वनाथ कॉरिडोर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है. 55 हजार स्क्वायर मीटर में बन रहे इस कॉरिडोर को भव्य स्वरूप देने का काम लगातार जारी है.इसमें कुल 24 भवन बनाने की तैयारी है. यह पूरा प्रोजेक्ट 339 करोड़ का है जिसमें ज्यादातर सिविल वर्क कंप्लीट किया जा चुका है. कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर या विश्वनाथ धाम उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी में इसी वर्ष 15 नवंबर तक पूर्ण हो जाएगा. ऐसे में ये भी कयास लग रहे हैं कि राम मंदिर के निर्माण से पहले भक्तों को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर तैयार मिल जाएगा.