उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत चल रही है. इसमें हिस्सा लेने के लिए बड़ी संख्या में किसान पहुंचे थे. ऐसे में पहले से ही महापंचायत में कोई बड़ा ऐलान होने के कायस लगाए जा रहे थे और ऐसा हुआ भी. किसान मोर्चा ने 27 सितंबर को भारत बंद का ऐलान किया. इससे पहले मोर्चे ने 25 सितंबर को भारत बंद का ऐलान किया था.
वहीं किसान नेता राकेश टिकैत ने पंचायत में सहयोग करने वाले और मीडिया का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि 9 महीने से लाखों लोग दिल्ली को घेरे बैठे हैं. 22 जनवरी से सरकार से हमारी बातचीत बंद है. अब तक हमारे सैकडों किसान शहीद हो गए हैं लेकिन सरकार ने जवाब नहीं दिया.
चुनाव में हार का दावा
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार महापंचात के मंच से पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ को खिलाफ जमकर नारेबाजी हो रही है. इस दौरान कई किसान नेताओं ने आगामी विधानसभा चुनाव में यूपी और उत्तराखंड में बीजेपी को उखाड़ फेंकने के बात भी कही. एक रिपोर्ट के अनुसार मंच से सीएम योगी आदित्यनाथ के लिए आपत्तिजनक शब्दों का भी इस्तेमाल किया गया. मंच पर राकेश टिकैत और योगेंद्र यादव समेत कई नेता मौजूद हैं.
पीएम मोदी और सीएम योगी के खिलाफ लगे नारे
किसान महापंचायत के मंच पर मौजूद अभिमन्यु कुमार ने कहा कि मुजफ्फरनगर में 2011 में बीजेपी की साजिश सफल हो गई थी. उन्होंने हमारे किसानों को धर्म और जाति के नाम पर बांट लिया था. बीजेपी और आरएसएस के अच्छे दिन और इस देश के किसानों के बुरे दिन शुरू हो गए थे. इसके बाद अभिमन्यु कुमार ने पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ नारे लगाए.