अफगानिस्तान में अपने नियंत्रण से बाहर रह गए इकलौते प्रांत पंजशीर घाटी को हासिल करने के लिए तालिबान ने पूरा जोर लगा दिया है। बृहस्पतिवार को तालिबान और पंजशीर घाटी में मौजूद विपक्षी गठबधंन ने एक-दूसरे को जमकर नुकसान पहुंचाने का दावा किया। तालिबान के वरिष्ठ नेता आमिर खान मोताकी ने एक बार फिर पंजशीर के लड़ाकों को आत्मसमर्पण करने का न्योता दिया और कहा कि इस्लामी अमीरात ऑफ अफगानिस्तान सभी अफगानों के लिए है। लेकिन विपक्षी गुट की कमान संभाल रहे अहमद मसूद ने यह न्योता ठुकरा दिया। मसूद ने सीएनएन से कहा, दुर्भाग्य से तालिबान बदला नहीं है।
तालिबान प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने दावा किया कि उनके लड़ाकों ने पंजशीर घाटी में प्रवेश कर कई इलाकों पर नियंत्रण कर लिया है। उन्होंने स्पुतनिक न्यूज एजेंसी से कहा, स्थानीय लड़ाकों को बेहद नुकसान उठाना पड़ा है। विपक्षी गठबंधन के 34 लड़ाके मारे गए हैं और 11 चेकप्वाइंट अब हमारे कब्जे में हैं। मारे गए लोगों में दो अहम कमांडर भी हैं। अब हम पंजशीर की मुख्य सड़क तक पहुंच गए हैं और शोतुल जिला अपने कब्जे में कर लिया है। हमारे महज दो लड़ाके ही घायल हुए हैं।
हालांकि तालिबान विरोधी नेशनल रेसिस्टेंस फ्रंट ऑफ अफगानिस्तान के प्रवक्ता ने मुजाहिद के दावों को खारिज कर दिया। अहमद मसूद और अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह के इस साझा गठबंधन के प्रवक्ता ने कहा, दुश्मन ने जाबुल-सराज के जरिये शोतुल में घुसने के कई प्रयास किए, लेकिन हर बार विफल हो गया। हम इस सप्ताह अब तक भारी संख्या में तालिबान लड़ाके मार चुके हैं। हालांकि वह मारे गए लड़ाकों की पुख्ता संख्या नहीं बता सके।
यूएन ने की पंजशीर में लड़ाई रोकने की अपील
संयुक्त राष्ट्र के अफगानिस्तान के लिए मानवीय समन्वयक रमीज अलाकबारोव ने पंजशीर घाटी में दोनों ही पक्षों से लड़ाई रोकने की अपील की। उन्होंने कहा, संयुक्त राष्ट्र का मानना है कि लड़ाई जारी नहीं रह सकती। हम सभी पक्षों से मानवीय कानून का पालन करने और कार्यकर्ताओं को राहत सामग्री के जरिये मदद करने देने की अपील करते हैं।