पाकिस्तान में भारत विरोधी गतिविधियों को बार-बार अंजाम दिया जा रहा है। पाकिस्तान में भारतीय स्मारक, इतिहास और विरासतों को नष्ट करने की कोशिश हो रही है। पाकिस्तान में भारतीय इतिहास से जुड़े प्रतीकों के प्रति नफरत का एक और उदाहरण देखने को मिला है। लाहौर में महाराजा रणजीत सिंह की मूर्ति को एक बार फिर तोड़ा गया है। टूटी हुई मुर्ति की तस्वीर और वीडियो वायरल हो रहा है। महाराणा रणजीत सिंह की प्रतिमा तोड़ने की हरकत तहरीक-ए लब्बैक पाकिस्तान से जुड़े एक सिरफिरे शख्स ने की है। लाहौर किले पर बनी इस प्रतिमा का अनावरण जून 2019 में किया गया था। तब से लेकर अब तक ये तीसरी घटना है जब इस मूर्ति के साथ तोड़फोड़ की गई है।
कट्टरवादी बार-बार ऐसी हरकतें कर रहे हैं। ताजा घटना का एक वीडियो भी सामने आया है। इस वीडियो में सफेद कुर्ता-पायजामा और टोपी पहने एक व्यक्ति नजर आ रहा है जो इस मूर्ति को तोड़ रहा है। मूर्ति तोड़ने के दौरान यह व्यक्ति धार्मिक नारे भी लगा रहा है। जब इस शख्स ने मूर्ति को तोड़ा, उस वक्त वहां कुछ लोग मौजूद थे, जिन्होंने इसे पकड़ लिया। मूर्ति तोड़े जाने को लेकर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
मूर्ति तोड़ने वाला यह व्यक्ति तहरीक-ए लब्बैक पाकिस्तान से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। तहरीक-ए लब्बैक पाकिस्तान यानी पाकिस्तान की एक पॉलिटिकल पार्टी है। यह ये घोर इस्लामिक पार्टी के तौर पर अपनी पहचान रखती है। यह संगठन कट्टर गतिविधियों को अंजाम देता हैं 2015 में इस पार्टी का गठन हुआ था, जिसे इसी साल अप्रैल में प्रतिबंधित कर दिया गया। अब पाकिस्तान सरकार को देखना है कि इस प्रतिबंधित गुट, संगठन पर क्या कार्रवाई करता है।