अफगानिस्तान की राजधानी काबुल को अपनी गिरफ्त में लेने के बाद तालिबान काबुल की जरूरी जगहों पर अपना कब्जा कर रहा है। रविवार की रात को काबुल हवाईअड्डे पर रविवार को गोलियां चलीं। यहां से कई देशों के राजनयिक कर्मियों को निकाला जा रहा है। स्पुतनिक ने बताया कि हताहत होने की तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं है। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के देश छोड़ने के बाद आतंकवादियों के शहर में प्रवेश करते ही अराजकता और दहशत फैल गई है एयरपोर्ट पर गोली चलने के बाद भगदड़ का माहौल हो गया।
कुछ अफगानियों को तालिबान का शासन पसंद नहीं इसलिए वह देश छोड़ने के लिए काबुल एयरपोर्ट पहुंचे हैं। काबुल हवाईअड्डे की मुख्य सड़क पर लंबा जाम लग चुका है, लोग तालिबान के डर से देश से भागने के लिए हवाई अड्डे पर पहुंचते दिखाई दे रहे हैं। वहीं हजारों अमेरिकी सैनिक भी काबुल एयरपोर्ट पर मौजूद हैं जो अपने दूतावास के लोगों को निकालने के लिए आए हैं। तालिबान ने कल जब राजधानी काबुल में कदम रखा तो चारों ओर सन्नाटा सा पसर गया। काबुल के लोग तालिबान को देखकर डरने लगे। हालांकि कुछ लोगों ने उनका स्वागत भी किया।
काबुल पीस फोरम के संस्थापक शरीफ सफी ने अल जजीरा को बताया कि आज का दिन काफी अलग था। पूरे शहर में सन्नाटा था। हर कोई घबरा रहा था। दोपहर के करीब हमें अफवाहें सुनाई दीं कि तालिबान काबुल शहर में घुस गए। वहीं उन्होंने उम्मीद जताई कि अब और रक्तपात और विनाश नहीं होगा।। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति अशरफ गनी के देश छोड़ने और तालिबान के राजधानी में प्रवेश के साथ अफगानिस्तान सरकार पहले दिन में ही गिर गई। तालिबान आतंकवादियों ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर कब्जा कर लिया है और राष्ट्रपति महल पर कब्जा कर लिया है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तालिबान अफगानिस्तान का नाम बदल देगा और जल्द ही इसकी घोषणा करेगा।