किसी की कुंडली (Kundali) में राहु (Rahu) की स्थिति काफी मायने रखती है क्योंकि अगर यह शुभ (Shubh) हो तो व्यक्ति के दिमाग में शुभ और सुविचार आते हैं, वह पॉजिटिव रहता है और जिंदगी (Life) में सफल (Successful) होता है। वहीं राहु की नकारात्मक स्थिति जातक को कई समस्याएं उत्पन्न कर देती हैं। जातक को शारीरिक और मानसिक परेशानियां हो सकती हैं। लगभग हर कामों में असफलता प्राप्त होती है। मगर कई बार कुंडली में राहु की स्थिति (Rahu Position) अच्छी होने के बाद भी व्यक्ति को उसके अच्छे प्रभाव नहीं मिलते हैं। इसके पीछे कई वजहें जिम्मेदार होती हैं।
राहु के अशुभ असर की वजह
– अगर घर की दहलीज खराब हो गई हो या सीढ़ियों का गलत तरीके से निर्माण हुआ हो या सीढ़ियां बेकार हो गईं हों तो कुंडली में राहु अच्छी स्थिति होने के बाद भी नकारात्मकता ही मिलती है।
– इस बात का ध्यान रखें घर के टॉयलेट-वॉशरूम कभी भी गंदा या टूटा-फूटा न रहने दें। इससे राहू आपको अशुभ फल देते हैं।
– घर के नैऋत्य कोण में गंदगी न फैलने दें और पेट के बल सोने से भी जिंदगी में राहू का नकारात्मक असर होता है।
– ऐसी जगह पर रहना जो राहु का स्थान हो, जैसे वहां शराब का बिकना या मटन-चिकन बिकने वाले स्थान के आसपास रहना।
राहु के अशुभ असर पड़ने के संकेत
अगर किसी की लाइफ में राहु का अशुभ असर पड़ने लगता है तो उसके संकेत कई तरीकों से दिखने लगते हैं। जैसे व्यक्ति अपने अतीत की बातों को याद करके दुखी रहता है और भविष्य की कल्पनाओं में खोया रहता है। डर और आशंकाओं में जीने लगता है। काला जादू, तंत्र-टोटके में विश्वास करने लगता है। पानी, आग और ऊंचाई से डरता है। रात में नींद नहीं आती है। अधिक सपने आते हैं। फैसलों को लेकर अनिश्चित रहता है। घर में बार-बार झगड़ा होने लगता है। उसके साथ दुर्घटनाएं भी बढ़ जाती हैं। बुरी आदतें होती हैं। अचानक शराब पीने लगना आदि। ऐसी स्थिति में व्यक्ति को उपाय करना चाहिए।