भारत में शादी को किसी त्योहार से कम नहीं माना जाता। लेकिन जब यही शादी सौदेबाजी बन जाए तो लड़की या लड़के की जिंदगी किसी नरक से कम नहीं होती। अक्सर कुछ लोगों की शादी दबाव में करा दी जाती है फिर चाहे उनका मेल हो या न हो। जो मामला बिहार के सीतामढ़ी से सामने आया है वो शादी का है जहां कुछ दलालों ने मिलकर एक मासूम बच्ची की जिंदगी बर्बाद करने का फैसला कर लिया था। लड़की की उम्र सिर्फ 12 साल है और जिससे उसकी शादी होने वाली थी उस लड़के की उम्र 50 साल है। जी हां, सुनकर झटका लग सकता है लेकिन ये बेमेल शादी काफी चर्चा है। 12 साल की लड़की को अपनी पत्नी बनाने के लिए लड़का राजस्थान के अजमेर से सीमाढ़ी जिले के एक गांव पहुंच गया था। नाबालिग लड़की की शादी कराने की पूरी तैयारी हो चुकी थी लेकिन आखिरी वक्त पर कुछ ऐसा हो गया कि 50 साल का दूल्हा पुलिस की पकड़ में आ गया।
ग्रामीणों ने की खातिरदारी
दरअसल, जैसे ही दूल्हा गांव पहुंचा और नाबालिग नई नवेली दुल्हन को देखने ही वाला था कि ग्रामीणों ने उसकी जमकर खातिरदारी कर दी। मामला पुलिस तक पहुंच गया और पुलिस ने 50 साल के दूल्हे को हिरासत में ले लिया। पूरा मामला नानपुर प्रखंड के बहेड़ा गांव का बताया जा रहा है।मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो, गांव की ही रजिया खातून नाम की महिला दलाल व कृष्णनंदन नाम के पुरुष दलाल ने एक नाबालिग लड़की का ब्याह अजमेर निवासी गोपाल राम नाम के लड़के से तय कर दी थी। शादी के लिए तय की गई तारीख के हिसाब से दूल्हा अजमेर से गांव पहुंच गया था। दूल्हे के रुकने का इंतजाम शहर के कृष्णा कॉम्प्लेक्स में कराया गया था।
दूल्हे के पहुंचने के बाद महिला और पुरुष दलाल मिलकर मासूम बच्ची को तैयार करके ले जा रहे थे। इसी बीच गांव के लोगों को इस मामले की खबर लगी और फौरन उन लोगों ने कृष्णा कॉम्प्लेक्स पहुंचकर बवाल कर दिया। ग्रामीणों के सही समय पर पहुंचने से नाबालिग लड़की की शादी रुक गई वहीं गांव वालों ने जब ये देखा कि दूल्हा 50 साल का है तो लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। गांववालों ने मिलकर दूल्हे की जमकर पिटाई की और पुलिस को पूरे मामले से अवगत कराकर थाने पहुंचा दिया। गांव वालों की सूझबूझ से एक मासूम बच्ची की जिंदगी बर्बाद होने से बच गई और दलालों की पोल खुल गई।