घरेलू बाजार में आज सोने और चांदी की वायदा कीमतों में भारी गिरावट दर्ज की गयी। आज एमसीएक्स पर 24 कैरेट सोने की वायदा 49,131 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गई। वहीं चांदी वायदा की कीमत 0.3 फीसदी लुढ़ककर 71,619 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर पहुंच गई है। बता दें कि पिछले कारोबारी सत्र में सोने और चांदी की कीमतों में 0.35 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी। सोना पिछले साल के अपने सबसे उच्चतम स्तर 56200 रुपये प्रति 10 ग्राम से लगभग सात हजार सस्ता हो चुका है। इस साल मार्च महीने में सोने की कीमतें करीब 44,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गई थीं। सोने की कीमतों में यह गिरावट वैश्विक बाजार में आ रही गिरावट की वजह से देखने को मिल रही है।
बता दें कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कमजोर डॉलर के चलते हाजिर सोना सपाट रहा। अंतरराष्ट्रीय बाजार में हाजिर सोना भी 1900 डॉलर प्रति औंस के करीब पहुंच गया थी जबकि अन्य कीमती धातुओं में चांदी 0.1 फीसदी बढ़ोतरी के साथ 27.89 डॉलर प्रति औंस पर थी,प्लैटिनम 0.1 फीसदी इजाफे के साथ 1,174.02 डॉलर पर आंका गया। डॉलर इंडेक्स 90.003 पर सपाट था, जो पिछले सप्ताह के तीन सप्ताह के उच्च स्तर 90.627 से निचले स्तर पर था। विश्व की सबसे बड़ी गोल्ड समर्थित एक्सचेंज ट्रेडेड फंड या गोल्ड ईटीएफ, एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की होल्डिंग्स शुक्रवार के 1,043.16 टन के मुकाबले सोमवार को 0.6 फीसदी गिरकर 1,037.33 टन हो गई।
भारत सोने के सबसे बड़ा आयातक देश
स्वर्ण ईटीएफ सोने के दाम पर आधारित होते हैं और उसके दाम में होने वाली कमी और अधिकता पर ही इसका दाम भी निर्धरित होता है। गौरतलब है कि ईटीएफ का प्रवाह सोने में कमजोर निवेशक रुचि को दर्शाता है। एक मजबूत डॉलर अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सोने को अधिक महंगा बनाता है। बता दें कि भारत दुनिया भर का सोने का सबसे बड़ा आयातक देश हैं, यहां सोने की बने आभूषणों का काफी क्रेज है जिन्हें पूरा करने के लिए भारी मात्रा में सोने का आयात किया जाता है। भारत सालाना 800 से 900 टन सोने का आयात करता है।