मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह की 34वीं पुण्य तिथि पर उनको नमन किया। विधान भवन प्रांगण में सीएम योगी आदित्याथ ने स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह के चित्र पर माल्यापर्ण किया। इस अवसर पर उन्होंने चौधरी चरण सिंह को किसानों का सच्चा हितैषी बताकर पीएम नरेंद्र मोदी को किसानों के हित में काम करने वाला चौधरी चरण सिंह जैसा नेता बताया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री एवं किसानों के मसीहा चौधरी चरण सिंह जी की 34वीं पुण्यतिथि पर प्रदेशवासियों की ओर से उनकी स्मृति को कोटि-कोटि नमन करता हूं। उनके साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक व महेंद्र सिंह भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दशकों से लंबित योजनाओं को आगे बढ़ाने का कार्य किया। देश में उत्तर प्रदेश ही किसानों को प्रधानमंत्री कृषि सम्मान निधि का सर्वाधिक लाभ देने वाला राज्य है। वर्तमान में प्रदेश में 2.42 करोड़ से अधिक किसान पीएम कृषि सम्मान निधि से आच्छादित हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारी सरकार प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में किसानों के हितों के लिए पूरे समर्पित भाव के साथ कार्य कर रही है।
प्रदेश सरकार ने बीते चार वर्ष में किसानों के जीवन में खुशहाली लाने के लिए 1.35 लाख करोड़ से अधिक रुपए का गन्ना मूल्य भुगतान किया है। प्रदेश में अब तक 38 लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूं क्रय हुआ है। किसानों के खाते में डीबीटी के माध्यम से 72 घंटे के अंदर उनकी उपज का भुगतान 1,975 रुपया प्रति कुंतल समर्थन मूल्य के साथ किया जा रहा है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खेती के लिए आवश्यक डीएपी खाद पर सब्सिडी का दाम 1,200 रुपया प्रति बोरी घोषित करके किसानों के हितों के प्रति समर्पित अपनी प्रतिबद्धता को दिखाया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान भाइयों के हितों को संरक्षण प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार ने तय किया है कि बिजली के दाम नहीं बढ़ेंगे। गांव, किसान व श्रमिक के लिए प्रदेश सरकार पूरी ईमानदारी से कार्य कर रही है। कोरोना कालखंड में जब दुनिया अस्त-व्यस्त है, तब भारत इस महामारी से पूरी प्रतिबद्धता से लड़ते हुए किसान भाइयों को कोई समस्या न होने पाए, इसके लिए खेती-बाड़ी के कार्यक्रम को अनवरत जारी रखे हुए है। उन्होंने कहा कि चौधरी साहब ने गांव एवं किसानों के लिए किए गए योगदान का स्मरण करते हुए वर्तमान में केंद्र और प्रदेश सरकार खेती पर ध्यान केंद्गित करते हुए उनके हितों को संरक्षण देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।