सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Facebook पर फर्जी और भ्रामक कॉन्टेंट शेयर करना आपको मुश्किल में डाल सकता है। फेसबुक अब उन यूजर्स के खिलाफ सख्त एक्शन लेगा जो उसके प्लेटफॉर्म पर बार-बार गलत जानकारी और फेक न्यूज को शेयर करते हैं। अभी की बात करें तो फेसबुक पर फैक्ट-चेक रेटिंग वाले कॉन्टेंट शेयर करने पर यूजर्स को नोटिफिकेशन मिलता है, लेकिन अब कंपनी ने इन नोटिफिकेशन को बेहतर समझ के लिए रीडिजाइन किया है।
फेसबुक ने एक बयान जारी कर कहा कि हम यूजर्स को सही जानकारी देने के लिए नए तरीके लॉन्च कर रहे हैं, ताकि उन्हें यह पता चल सके कि वे जो कॉन्टेंट शेयर कर रहे हैं उसे फैक्ट-चेकर ने रेट किया है। इसके साथ ही हम उन यूजर्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे जो फेसबुक पर लगातार गलत जानकारी शेयर करते हैं। यह चाहे कोविड-19 या वैक्सीन के बारे में गलत और भ्रामक कॉन्टेंट हो या फिर यह क्लाइमेट चेंज, चुनाव या फिर किसी दूसरे टॉपिक से ही जुड़ा हुआ क्यों न हो। हम यह पक्का कर रहे हैं कि यूजर्स को हमारे प्लेटफॉर्म पर गलत जानकारी न दिखे।
फेसबुक अब उन यूजर्स की पोस्ट के न्यूजफीड डिस्ट्रीब्यूशन को भी सीमित करेगा जो उसके फैक्ट-चेकिंग पार्टनर द्वारा रेट की गई गलत जानकारियों को शेयर करते रहते हैं। इसके साथ ही फेसबुक एक नया टूल भी लॉन्च कर रहा है, जो यूजर्स को बताएगा कि वह फैक्ट-चेकर द्वारा रेट किए गए कॉन्टेंट को देख रहे हैं।
कंपनी ने कहा कि यूजर कोई पेज लाइक करें उससे पहले हम उन्हें बताना चाहते हैं कि उस पेज से बार-बार फैक्ट-चेकर द्वारा रेटेड कॉन्टेंट को शेयर किया जाता है। ऐसे में अब अगर कोई यूजर ऐसे किसी पेज को लाइक करेगा तो उसे पॉप-अप विंडो में यह जानकारी मिल जाएगी।
फेसबुक ने अपने प्लेटफॉर्म पर एक और बदलाव किया है। अब फेसबुक यूजर्स को पोस्ट पर किए गए ‘like’ के नंबर्स को छिपाने का ऑप्शन देगा। यूजर्स को हाइड लाइक काउंट्स का ऑप्शन सेटिंग्स में दिए गए नए पोस्ट सेक्शन में दिखेगा।