प्रधानमंत्री मोदी की भारतीय जनता पार्टी सरकार दूसरे कार्यकाल का दूसरा वर्ष अब पूरा करने वाली है। मोदी सरकार के सात वर्ष पूरे होने पर सी वोटर ने सर्वे किया हैं जिसमे बताया गया हैं कि प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता 63 प्रतिशत से घटकर 38 प्रतिशत हो गईं हैं जबकि वैश्विक संगठन मॉर्निंग कंसल्ट की अनुसार यह लोकप्रियता घटकर 33 फीसदी हो गईं हैं। ज्ञात हो कि पिछले वर्ष यानि मई 2020 में उनकी लोकप्रियता 63 फीसद थीं। देशभर में कोरोना से मचे कोहराम के बीच प्रधानमंत्री मोदी की अप्रुवल रेटिंग में भारी गिरावट आयी है।रॉयटर्स ने अपनी रिपोर्ट में दो सर्वे के हवाले से यह निष्कर्ष निकाला है।
पीएम मोदी की लोकप्रियता रेटिंग इतनी कभी नहीं गिरी थी। वर्तमान में उनकी लोकप्रियता की दर काफी गिर गई है। पीएम मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्ट 2014 में जीतकर सत्ता में आयी थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में पिछले चुनाव से भी बड़ी जीत हासिल करने में सफल रही। इस दौरान पीएम मोदी की छवि सबसे बड़े राष्ट्रवादी नेता और नेतृत्व कर्ता के रूप में उभरी। यह छवि देशभर में स्थापित हुई जो बेहद लोकप्रिय हुई। रिपोर्ट में पहला US Data Intelligence Company Morning Consult का है।
मॉर्निंग कंसल्ट वैश्विक नेताओं की लोकप्रियता पर नजर रखती है और सर्वे के माध्यम से रिपोर्ट जारी करती है। अगस्त 2019 से कम्पनी प्रधानमंत्री मोदी को भी लगातार ट्रैक कर रही है। इस कंपनी के ट्रैकर के मुताबिक कोरोना काल उनकी लोकप्रियता में गिरावट का कारण बना है। कोरोना वायरस के आंकड़ों में इस हफ्ते हुए इजाफे और केस के 2.5 करोड़ के पार पहुंच जाने और तमाम खामियों के रिपोर्ट होने के बाद मोदी के समर्थन में गिरावट देखने को मिली है। प्रधानमंत्री मोदी की ओवरऑल रेटिंग इस हफ्ते 38 फीसदी रही है। कंपनी जब से उन्हें ट्रैक कर रही है तब से अबतक इतनी कम रेटिंग कभी भी नहीं थी। अप्रुवल रेटिंग में 22 प्वाइंट की बड़ी गिरावट अप्रैल के महीने में देखने को मिली।
संतुष्टों से ज्यादा असंतोष का आंकड़ा
रॉयटर्स की रिपोर्ट में जिस दूसरे सर्वे का जिक्र है वह है सी वोटर। इस सर्वे के मुताबिक मोदी की परफॉर्मेंस कैसी है? सवाल के जवाब में ‘बहुत ज्यादा संतुष्ट’ कैटेगरी को चुनने वाले 37 फीसदी ही रह गये हैं। करीब एक साल पहले इनका आंकड़ा 65 फीसदी था। सीवोटर का डेटा ये बताता है कि सात साल में पहली बार मोदी सरकार के प्रदर्शन पर असंतोष जताने वाले संतुष्ट लोगों से ज्यादा हैं।
सबसे बड़ी राजनीतिक चुनौती का दौर
रॉयटर्स से बातचीत में सी वोटर फाउंडर यशवंत देशमुख का कहना है कि अपने कॅरिअर की सबसे बड़ी राजनीतिक चुनौती का प्रधानमंत्री मोदी सामना कर रहे हैं। उन्होेंने बताया कि सीवोटर का डेटा यह भी बताता है कि इस गिरावट के बावजूद भी मोदी देश के सबसे लोकप्रिय नेता बने हुए हैं। महामारी को रोकने के लिए सरकार ने जिस तरह का रवैया दिखाया है उसे भुनाने में विपक्ष नाकाम रहा है।