कोरोना वायरस महामारी ने देश में चुनाव प्रचार की तस्वीर बदलकर रख दी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बिहार के बाद अब पश्चिम बंगाल में मंगलवार को भाजपा के चुनाव अभियान की शुरुआत करने वाले हैं। यह रैली इसलिए भी अहम है क्योंकि अगले साल राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं। हालांकि भाजपा अभी से तैयारियों में जुट गई है।
शाह अलग-अलग मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर आज सुबह 11 बजे भाजपा कार्यकर्ताओं और आम लोगों संग संवाद करेंगे। इस रैली में बंगाल भाजपा के सभी बड़े नेता शामिल होंगे। राज्य भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, ‘यह रैली प्रदेश में पूरी तरह सियासी तस्वीर बदल देगी। आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर यह हमारी पहली रैली है और इसमें ज्यादा से ज्यादा लोगों को शामिल करके हम वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की तैयारी कर रहे हैं।’
भाजपा की है पूरी तैयारी
भाजपा ने बिहार में वर्चुअल रैली को सफल बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी थी। रैली को वास्तविक बनाने के लिए 72 हजार बूथों पर 72 हजार एलईडी स्क्रीन लगाई गई थीं। बंगाल में भी ऐसा ही कुछ करने की तैयारी है। दिलीप घोष ने कहा कि यह रैली इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि तीन-चार महीने बाद कोई राजनीतिक बैठक हो रही है। हम इसकेे जरिए अधिक से अधिक लोगों द्वारा रैली को सुनने का रिकॉर्ड बनाने की कोशिश भी कर रहे हैं।
लाख से ज्यादा लोग सपरिवार रैली में होंगे शामिल
उन्होंने कहा कि राज्य में 80 हजार बूथ हैं और हमारी 65 हजार बूथों पर कमिटी है। हर बूथ कमिटी में कम से कम पांच सदस्य हैं और औसतन 10-15 सदस्य हैं। इस तरह पांच लाख से ज्यादा लोग सपरिवार फोन के जरिए वर्चुअल रैली में शामिल होंगे। इसके अलावा 25 हजार वाट्सएप ग्रुप हैं जिनके जरिए संदेश पहुंचाया जा रहा है। जहां इंटरनेट सुविधा नहीं है या जिनके पास स्मार्टफोन नहीं हैं उन्हें मोबाइल नंबर दिया गया है। इसके जरिए वे रैली को सुन सकेंगे। साथ ही हर मंडल में कुछ एलईडी स्क्रीन भी लगाई गई हैं।
ममता ने कसा तंज
भाजपा के आक्रामक प्रचार पर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तंज कसा है। ममता ने कहा, ‘इतना खर्च भाजपा ही वहन कर सकती है, हमारी पार्टी नहीं।’ ऐसी चर्चा है कि भाजपा के जवाब में ममता भी 21 जुलाई को शहीद दिवस नाम से वर्चुअल रैली करेंगी।