कोरोना वायरस की वजह से देशभर में लॉकडाउन लगा हुआ है। जिस वजह से हजारों लोग अपने घर से दूर दूसरे राज्यों में फसें हुए है लेकिन लॉकडाउन के तीसरे चरण में अब दूसरे राज्यों में फंसे हुए लोगों को अपने घर पहुंचाने के लिए काम शुरू हो गया है। इसी कड़ी में अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रमिकों को घर पहुचानें के लिए 10 हजार बसें सड़क पर उतारने का फैसला किया है ताकि तमाम लोग अपने घर पहुंच सके। जिसके लिए राज्य सरकार ने अब परिवहन निगम मुख्यालय को बसों के संचालन का आदेश दे दिया है।
परिवहन निगम मुख्यालय से कोरोना वायरस के अंतगर्त आपातकाल में बस संचालन को लेकर आदेश जारी किया है। इस दौरान ज्यादा से ज्यादा बसों को तैयार करने का आदेश दिया गया है। जिस वजह से तमाम बसों की सफाई- धुलाई करके सेनेटाइज किया जा रहा है। इस दौरान बसों के चलाक परिचालकों की ड्यूटी, सुरक्षा उपकरण और सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखने के लिए कहा गया है। हालांकि इस सुविधा का फायदा उन लोगों को नहीं मिलेगा। जो तमाम राज्यों से पैदल यूपी में पहुंच रहे है। निगम मुख्यालय के नोडल अधिकारी पीआर बेलवारियार ने बताया कि अभी उन्हीं श्रमिकों को बसें उपलब्ध कराई जा रही है जो रजिस्ट्रेशन कराकर ट्रेन या अन्य गैर राज्यों के परिवहन सेवा से यूपी की सीमा में आ रहे हैं।
बता दें कि इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लॉकडाउन की समीक्षा बैठक में कहा था कि आने वाले हर प्रवासी के स्वास्थ्य की जांच उस जिले के क्वारंटीन सेंटर पर अनिवार्य रूप से हो। स्वस्थ लोगों को पूरी जांच के बाद उनके घर तक पहुंचाया जाए। और उन्हें क्वारंटीन रहने की सलाह दें। इसके अलावा घर जानें वाले तमाम श्रमिकों को एक हजा रुपये और तय मात्रा में खाद्यान्न भी दिया जाए।