उत्तर प्रदेश की नौकरशाही में इस माह बड़ा प्रशासनिक परिवर्तन होगा। इसी महीने मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह के समेत कई वरिष्ठ आईएएस व पीसीएस अफसर रिटायर होने जा रहे हैं। इससे शासन के विभिन्न विभागों में रिक्तियां पैदा होंगी। ऐसे में महत्वपूर्ण विभागों को भरने के लिए सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है।
दरअसल, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह भी जुलाई के अंत में सेवानिवृत्त हो रहे हैं। मनोज कुमार सिंह राज्य के सबसे अनुभवी और भरोसेमंद अधिकारियों में गिने जाते रहे हैं। उन्होंने शासन की कई प्रमुख योजनाओं को अमलीजामा पहनाया। अगर उन्हें सेवाविस्तार न मिला और विदाई हुई तो, यह देखना होगा कि नया मुख्य सचिव कौन बनेगा। सूत्रों के अनुसार सरकार वरिष्ठता, अनुभव और प्रशासनिक दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए ही चयन करेगी।
हालांकि हाल ही में डीजीपी और आईएएस अरुणेश सिंह को सेवा विस्तार नहीं मिला। दोनों पदों पर बदलाव हुआ। यह बदलाव भी इस बात का संकेत है कि राज्य सरकार अब सेवा विस्तार की नीति पर पुनर्विचार कर रही है और युवा व सक्रिय अफसरों को प्रमुख जिम्मेदारी देने की दिशा में कदम बढ़ाया जा रहा है। अब सरकार का उद्देश्य जमीनी स्तर पर प्रशासन को सक्रिय करना, योजनाओं के क्रियान्वयन को मजबूत बनाना और कानून-व्यवस्था में सुधार लाना रहा है।
इस बीच सूत्र बता रहे हैं कि मुख्यमंत्री कार्यालय और कार्मिक विभाग में उन आईएएस और पीसीएस अधिकारियों की सूची तैयार की जा रही है, जिन्हें नई जिम्मेदारियां सौंपी जाएंगी। इसमें उन अफसरों को भी हटाया जा सकता है, जो वर्षों से एक ही स्थान पर तैनात हैं या जिनके प्रदर्शन पर सवाल उठे हैं।