लंबे समय से पेयजल किल्लत का सामना कर रहे कुंडली क्षेत्रवासियों के लिए राहत की खबर है। कुंडली क्षेत्रवासियों को पेयजल समस्या से निजात दिलाने के लिए जनस्वास्थ्य विभाग ने यमुना नदी से पाइप लाइन बिछाने का निर्णय लिया है। इस प्रोजैक्ट पर करीब 49 करोड़ रुपए खर्च किए जाने का अनुमान है। जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने मंजूरी के लिए रूपरेखा तैयार करके मुख्यालय भेज दी है।
दरअसल कुंडली क्षेत्र में औद्योगिक इकाइयां होने के कारण जमीन ने निकलने वाली पानी की गुणवत्ता बेहद ही खराब हो चुकी है। बगैर फिल्टर किए पानी को पीना बीमारियों को दावत देना है। कुंडली क्षेत्र के बीचोंबीच से गुजरने के वाली ड्रेन-6 की वजह से पहले ही पानी की गुणवत्ता कम थी, लेकिन कुछ फैक्टरी संचालक कैमिकल युक्त पानी को जमीन में भेज रहे हैं, जिसके चलते कुंडली निवासी सीधे जमीन से निकले हुए पानी को पीने के रूप में इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं। समस्या से परेशान होकर कुंडली क्षेत्रवासियों ने पेयजल को लेकर कुंडली नगरपालिका चेयरपर्सन शिमला देवी को शिकायत दी। कुंडली क्षेत्रवासियों की समस्या को देखते हुए कुंडली नगरपालिका चेयरपर्सन शिमला देवी ने जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से लेकर मंत्रियों तक इसकी शिकायत की और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मिलकर भी क्षेत्र में पेयजल समस्या को दूर करने का आग्रह किया, जिसके चलते कुंडली क्षेत्र में पेयजल समस्या को दूर करने के लिए संबंधित विभाग को दिशा-निर्देश दिए गए।
कुंडली क्षेत्र में बनाए जाएंगे बूस्टिंग पंप स्टेशन
यमुना नदी से कुंडली क्षेत्र में पाइप लाइन की मदद से आने वाले पानी को फिल्टर करने के लिए कुंडली में बूस्टिंग पंप स्टेशन बनाए जाएंगे। यहां से पानी को फिल्टर करके लोगों के घरों तक नलों के माध्यम से भेजा जाएगा। बूस्टिंग पंप की जगह को चिन्हित करने के लिए जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कुंडली नगरपालिका के अधिकारियों के साथ मिलकर मुआयना कर रहे हैं।
यमुना नदी से दहिसरा होते हुए कुंडली तक बिछाई जाएगी पाइपलाइन
कुंडली क्षेत्रवासियों को पेयजल समस्या से निजात दिलाने के लिए जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा यमुना नदी से कुंडली तक पेयजल पाइप लाइन बिछाई जाएगी। यह पाइप लाइन 16 इंच की मोटाई वाली होगी। यमुना नदी से दहिसरा के रास्ते से कुंडली तक बिछाई जाने वाली पाइप लाइन व कुंडली क्षेत्र की मुख्य गलियों में बिछाई जाने वाली पाइप लाइन पर करीब 49 करोड़ रुपए खर्च होंगे।