हरियाणा में सरकारी कर्मचारियों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है. सूबे के सरकारी कर्मचारियों, पेंशनर्स और उनके आश्रितों को अब इलाज के लिए अपनी जेब से भुगतान करने की आवश्यकता नहीं होगी. इन्हें अब सरकार ने कैशलैस (Cashless) इलाज की सुविधा प्रदान कर दी गई है और इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल ने अधिसूचना जारी कर दी है.
कर्मचारियों को मिलेगा सीधा लाभ
स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल द्वारा जारी की गई कैशलैस इलाज की अधिसूचना में बताया गया है कि इसमें प्रदेश सरकार द्वारा स्वीकृत अन्य श्रेणियों को भी कवर किया जाएगा. इसके अलावा, आयुष्मान भारत योजना की मदद से सभी सरकारी और सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में इलाज की सुविधा मिलेगी. गंभीर बीमारियों के साथ ही सभी इनडोर व डे केयर प्रक्रियाएं योजना में कवर की जाएंगी.
सभी विभागों में हुई लागू
बता दें कि हरियाणा सरकार ने इसी साल 1 जनवरी को दो सरकारी विभागों के कर्मचारियों के लिए पायलट प्रोजेक्ट के रूप में कैशलैस इलाज योजना की शुरुआत की थी. पायलट प्रोजेक्ट सफल रहने के बाद अब इसे सभी विभागों में लागू किया जा रहा है.
ऐसे करें रजिस्ट्रेशन
व्यापक कैशलैस स्वास्थ्य सुविधा (C.C.H. F) के लिए कर्मचारी और पेंशनर्स खुद आयुष्मान मोबाइल ऐप या आधिकारिक वेबसाइट पर अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं. इसके बाद, कार्ड जनरेशन पोर्टल से आसानी से कार्ड डाऊनलोड किया जा सकेगा. कैशलैस उपचार के लिए कर्मचारियों को अस्पतालों में उनके वेतनमान के अनुसार कमरे की सुविधा मिलेगी. प्रदेश सरकार के इस फैसले से निश्चित तौर पर सरकारी कर्मचारियों को राहत पहुंचेगी.