भारतीय जनता पार्टी लोकसभा के नए स्पीकर की तलाश में जुटी हुई है. 18वीं लोकसभा के लिए नए स्पीकर और सत्र को लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा आज बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर बुलाई गई बैठक में शामिल हुए. दोनों शीर्ष नेताओं के बीच अगले हफ्ते शुरू हो रहे संसद सत्र और स्पीकर पद को लेकर चर्चा होने की संभावना है.
नवगठित लोकसभा का पहला सत्र अगले हफ्ते 24 जून से शुरू हो रहा है. इस दौरान लोकसभा के लिए चुने गए नए सदस्यों का शपथ दिलाई जाएगी और फिर 26 जून को लोकसभा के नए स्पीकर का चुनाव होगा. दोनों सदनों में 28 जून को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी धन्यवाद प्रस्ताव पर 2 या 3 जुलाई को चर्चा का जवाब दे सकते हैं.
इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कल मंगलवार को संसद के आगामी सत्र को लेकर सदन की रणनीति तैयार करने के लिए सीनियर मंत्रियों की एक बैठक की अध्यक्षता की. यह सत्र इसलिए भी खास है क्योंकि लोकसभा के नए स्पीकर का भी चुनाव किया जाना है. इसी सत्र में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अगले पांच साल के लिए पीएम नरेंद्र मोदी की अगुवाई में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार का दृष्टिकोण देश के सामने रखेंगी.
राजनाथ सिंह के आधिकारिक आवास पर हुई इस अहम बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ-साथ पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, मनोहर लाल खट्टर, भूपेंद्र यादव, किरण रिजिजू और अन्नपूर्णा देवी शामिल हुए. इनके अलावा एनडीए के सहयोगी दलों में जनता दल यूनाइटेड (JDU) के राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान समेत कई अन्य नेता भी शामिल हुए. ललन सिंह और चिराग पासवान दोनों केंद्रीय मंत्री भी हैं.
माना जा रहा है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर बैठक के दौरान लोकसभा स्पीकर और डिप्टी स्पीकर पद के संभावित उम्मीदवारों पर भी चर्चा हुई. साथ ही कहा जा रहा है रक्षा मंत्री राजनाथ ने 27 जून को संसद के दोनों सदनों के संयुक्त सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण के लिए एनडीए के सहयोगी दलों समेत वरिष्ठ मंत्रियों से राय मांगी.
निवर्तमान लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के उत्तराधिकारी के रूप में बीजेपी के वरिष्ठ नेता राधामोहन सिंह, डी पुरंदेश्वरी और भर्तृहरि महताब के नाम सबसे आगे माना जा रहा है. जबकि 8 बार लोकसभा सदस्य रहे कांग्रेस के नेता वरिष्ठ और सांसद के. सुरेश संसदीय अनुभव के लिहाज से सबसे वरिष्ठ हैं और वह अस्थायी स्पीकर की भूमिका के दावेदार माने जा रहे हैं.
स्पीकर पद के लिए बीजेपी अपना उम्मीदवार खड़ा करने पर विचार बना रही है जबकि डिप्टी स्पीकर का पद विपक्षी दल को देने की जगह पार्टी अपने एनडीए के किसी सहयोगी दल को देना चाह रही है. जबकि विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ अपने लिए डिप्टी स्पीकर पद की मांग कर रहा है.