अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले रामलला प्राण-प्रतिष्ठा से पहले साइबर अटैक के खतरे की आशंका व्यक्त की गई है। इस तरह के हमले को रोकने के लिए अयोध्या में आज साइबर विशेषज्ञों की टीम पहुंच रही है। साइबर अटैक होता है तो इससे कम्प्यूटर सिस्टम प्रणाली को गंभीर नुकसान पहुंचेगा। साथ ही देशभर में अनुष्ठान के लाइव प्रसारण, कम्प्यूटर सिस्टम नेटवर्क और सुरक्षा में लगे ड्रोन सहित सुरक्षा तंत्र भी प्रभावित होगा।
गर्भगृह में आ गए रामलला
अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम के तहत आज अनुष्ठान का तीसरा दिन है। तीसरे दिन क्रेन के माध्यम से भगवान रामलला की प्रतिमा को गर्भगृह में लाया गया। इसके पहले गर्भगृह में श्रीराम यंत्र स्थापित किया गया। 12.45 बजे रामलला गर्भगृह में विराजमान होंगे। रामलला के लिए 3.4 फीट का ऊंचा आसन बनाया गया। गर्भगृह में स्थापित करने के पहले रामलला की प्रतीकात्मक मूर्ति को भ्रमण कराया जाएगा। 22 जनवरी को 12.20 बजे से 1 बजे के बीच पूजा-अर्चना के बाद रामलला का प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम संपन्न हो जाएगा।