यूपी कांग्रेस (UP Congress)के नेता आज मकर संक्रांति (makar sankranti)पर अयोध्या जाएंगे और वहां सरयू नदी में डुबकी लगाएंगे. उसके बाद मंदिर में राम लला के दर्शन करेंगे. हालांकि, 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा समारोह से कांग्रेस ने दूरी बनाई है और राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के न्योते को अस्वीकार कर दिया है. ट्रस्ट ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी को अयोध्या आने का न्योता दिया था।
सोमवार को यूपी कांग्रेस के जो नेता अयोध्या जाएंगे, उनमें प्रदेश अजय राय, पार्टी के यूपी प्रभारी अविनाश पांडे, राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी, कांग्रेस विधानसभा नेता अनुराधा मिश्रा और पार्टी के वरिष्ठ राजनेता पीएल पुनिया शामिल होंगे. कांग्रेस पदाधिकारी लखनऊ से सड़क मार्ग के जरिए अयोध्या के लिए रवाना होंगे और राम की पैड़ी भी जाएंगे. कांग्रेस नेता आज सुबह 9 बजे लखनऊ से रवाना हुए. अयोध्या पहुंचने के बाद वे दोपहर 12 बजे सरयू नदी में पवित्र स्नान करेंगे, बाद में राम मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे।
‘100 कांग्रेस नेता करेंगे अयोध्या में पूजा-अर्चना’
‘इससे पहले रविवार को यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा था, 15 जनवरी को मैं अयोध्या जा रहा हूं. हमारे महासचिव और यूपी प्रभारी अविनाश पांडे और वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी और पीएल पुनिया भी अयोध्या जाएंगे. कुल मिलाकर करीब 100 कांग्रेस नेता अयोध्या में दर्शन-पूजन करने जाएंगे ।
‘प्राण-प्रतिष्ठा से पहले अयोध्या जा रहे हैं कांग्रेस नेता’
राय का कहना था कि कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं हुआ है. मेरे समेत राज्य के कांग्रेसी निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार अयोध्या जाएंगे. उन्होंने कहा, प्राण-प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी को अलग कार्यक्रम है. हम ‘मकर संक्रांति’ पर जा रहे हैं।
‘जय श्री राम का उद्घोष करते हुए अयोध्या पहुंचेंगे’
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि अयोध्या की यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता सरयू नदी में डुबकी लगाएंगे और फिर राम मंदिर और हनुमानगढ़ी मंदिर में दर्शन करेंगे. राय ने रविवार को कहा था, 15 जनवरी को अयोध्या जाने का निर्णय लिया गया है. सुबह 9.13 बजे सूर्य ‘उत्तरायण’ हो जाएगा और सुबह 9 बजे के बाद हम नारियल फोड़ने की परंपरा का पालन करने के बाद ‘जय सिया राम’ का उद्घोष करते हुए अयोध्या के लिए प्रस्थान करेंगे।
‘कांग्रेस हाईकमान ने ठुकरा दिया था न्योता’
इससे पहले बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ने 22 जनवरी को प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का निमंत्रण ठुकरा दिया था।
‘कांग्रेस ने कहा था- अधूरे मंदिर का उद्घाटन किया जा रह’
कांग्रेस नेतृत्व ने इसे बीजेपी का इवेंट बताया था और इसे ‘राजनीतिक प्रोजेक्ट’ करार दिया था. कांग्रेस का कहना था कि एक निजी मसला है. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने बीजेपी और आरएसएस के नेताओं द्वारा ‘अधूरे’ मंदिर के उद्घाटन के पीछे के मकसद पर सवाल उठाए थे।
‘क्या यूपी कांग्रेस मकर संक्रांति पर यात्रा करके जनता को कोई संदेश देना चाहती है?’ राय ने कहा, हम अपनी धार्मिक भावनाओं के कारण वहां जा रहे हैं. कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद यह मेरी पहली अयोध्या यात्रा है. इससे पहले मैं कई बार अयोध्या जा चुका हूं।
‘क्या अयोध्या से लौटने के बाद कांग्रेस अयोध्या में ‘खिचड़ी भोज’ करेगी या लखनऊ में?’ यूपी कांग्रेस प्रमुख राय ने कहा, ‘यह जरूरी नहीं है कि ‘खिचड़ी भोज’ ही हो. ‘दही-चूड़ा’ (मकर संक्रांति का पारंपरिक भोजन) भी खाया जाता है. हम किसी पार्टी कार्यकर्ता के घर पर ‘दही-चूरा’ खा सकते हैं।
‘खरमास में अक्षत बांट रही है बीजेपी’
राय ने बीजेपी पर ‘खरमास’ की ‘अशुभ’ अवधि के दौरान पूजित ‘अक्षत’ (हल्दी और घी के साथ मिश्रित चावल के दाने) बांटने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा, मैं बाबा विश्वनाथ की नगरी (वाराणसी) से आता हूं. भगवान राम में हमारी आस्था है. आज जब ‘खरमास’ चल रहा है, वे (भाजपा) ‘अक्षत’ बांट रहे हैं, राम मंदिर अभिषेक के लिए निमंत्रण भेज रहे हैं. लखनऊ के ज्योतिषी त्रिलोकीनाथ सिंह के अनुसार, ‘खरमास’ के दौरान सभी शुभ कार्य वर्जित होते हैं. उन्होंने कहा, खरमास 16 दिसंबर, 2023 को शुरू हुआ और 15 जनवरी, 2024 को समाप्त होगा।
‘कांग्रेस ने कभी आस्था से खिलवाड़ नहीं किया’
इस बीच, यूपी के नवनियुक्त एआईसीसी प्रभारी पांडे ने कहा, कांग्रेस ने कभी भी लोगों की ‘आस्था’ के साथ खिलवाड़ नहीं किया है. पांडे ने कहा, 15 जनवरी को मैं एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए वहां (अयोध्या) जा रहा हूं. प्रभु श्री राम हमारे दिल में बसते हैं. यूपी का प्रभारी बनने के बाद पांडे का यह पहला अयोध्या दौरा है।
‘राजनीतिक अर्थ ना निकाले जाएं’
पांडे ने यह भी कहा कि उनकी प्रस्तावित अयोध्या यात्रा का कोई ‘राजनीतिक अर्थ’ नहीं निकाला जाना चाहिए. हम अपनी आस्था के कारण वहां जा रहे हैं. उन्होंने कहा, चाहे भगवान राम हों या भगवान कृष्ण, कांग्रेस ने कभी भी लोगों की ‘आस्था’ के साथ खिलवाड़ नहीं किया है और ऐसा कभी नहीं करेगी।
‘क्या आगामी लोकसभा चुनाव के लिए बसपा के साथ कोई बातचीत चल रही है?’ पांडे ने कहा, राष्ट्रीय स्तर पर समन्वय समिति इस पर काम कर रही है. बसपा के साथ उनकी क्या चर्चा हुई, यह मुझे नहीं पता. समाजवादी पार्टी और बसपा के एक साथ आने की संभावना पर पांडे ने कहा, सभी का लक्ष्य एक ही है. एक ही लक्ष्य के साथ आना होगा।