समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) राष्ट्रीय राजनीति (National Politics) में अहम भूमिका निभाएगी। कोलकाता (Kolkata) में हुए राष्ट्रीय अधिवेशन (national convention) में निकले निष्कर्ष पर सपा ने काम शुरू कर दिया है। बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं को इसकी जिम्मेदारियां देने काम शुरू कर दिया गया है, जिससे वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव (Year 2024 Lok Sabha Elections) में सपा बड़ी तकत बनकर उभर सके।
सपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 17 से 19 मार्च तक कोलकाता में हुई। इसमें राजनीति और समाज को नई दिशा देने के साथ केंद्र से भाजपा का सफाए का आह्वान किया गया। इसके सहारे सपा ने राष्ट्रीय राजनीति में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए पहल कर दी है। किसानों के साथ हो रहे अन्याय, नौजवानों की बेरोजगारी, जातीय जनगणना, बढ़ती महंगाई, कानून व्यवस्था, आम आदमी के उत्पीड़न के मुद्दों को लेकर चुनावी रणनीति तय की गई।
सपा के राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी का कहना है कि देश की परिस्थितियों पर विचार विमर्श के बाद पार्टी इस नतीजे पर पहुंची है कि भाजपा की सरकार ने देश को गहरे संकट में डाल दिया है। महंगाई बेरोजगारी और अन्याय चरम पर पहुंच गया है। केंद्र की भाजपा सरकार और उसकी राज्य सरकारें सत्ता का दुरुपयोग कर रही हैं, लोकतंत्र की हत्या कर रही हैं। भाजपा संविधान विरोधी काम कर रही है। सत्ता में बने रहने के लिए हर तरह का अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक हथकंडा अपनाया जा रहा है।
गठबंधन सभी 80 सीटों पर लड़ेगा चुनाव
राजेंद्र चौधरी कहते हैं कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी में यह भी तय किया है कि लोकसभा चुनाव में सपा गठबंधन के सहयोगियों का साथ यूपी की सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ते हुए भाजपा के मंसूबों को परास्त करेगी। भाजपा को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाने का काम सपा ही कर सकती है।