बिहार के छपरा में जहरीली शराब से 17 लोगों की मौत होने के मामले में बिहार विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। विधानसभा के शीतकालीन सत्र में भाजपा विधायकों ने इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जिम्मेदार ठहराते हुए इस्तीफे की मांग की। भाजपा विधायकों ने आरोप लगाया कि प्रदेश में शराब माफिया पूरी तरह से सक्रिय हैं। जगह-जगह अवैध शराब लोगों को आसानी से मिल जाती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार शराब माफिया पर लगाम लगाने में पूरी तरह से विफल साबित हुई है। इसका खामियाजा लोगों को अपनी जान गवांकर चुकाना पड़ रहा है।
विधानसभा में जब विपक्षी विधायक प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री पर आरोप लगा रहे थे तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुस्से में आ गए। इस दौरान उन्होंने भाजपा विधायकों को फटकारते हुए कहा कि ए क्या हो गया, चुप हो जाओ।
नीतीश कुमार ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि आप सभी पहले शराबबंदी के पक्ष में थे। अब क्या हो गया है?
दरअसल, बिहार के सारण में इसुआपुर और मशरक थाना क्षेत्र में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से 17 लोगों की मौत हो गई। मृतको के परिजनों के अनुसार, मौत शराब पीने से हुई। हालांकि, इस मुद्दे पर प्रशासन चुप्पी साधे हुए है। बताया जा रहा है कि अभी कई लोग अस्पताल में भी भर्ती हैं। पुलिस के तमाम आला अधिकारी इलाके में पहुंचकर जांच में जुट गए हैं।
इसके बाद बीजेपी विधायकों ने वॉकआउट कर दिया। बीजेपी के विधायकों ने सदन के बाहर कई मुद्दों पर विरोध प्रदर्शन किया। बीजेपी का कहना है कि जब तक नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा का माइक सदन में बंद करने के मामले में सीएम नीतीश कुमार माफी नहीं मांगते, सदन नहीं चलने देंगे।