सांसद रविकिशन इस वर्ष का स्वतंत्रता दिवस लंदन स्थित भारतीय उच्चायुक्त कार्यालय में झंडारोहण करके मनाएंगे। वह आजादी का अमृत महोत्सव के तहत वहां आयोजित कार्यक्रम में भी हिस्सा लेंगे। जानकारी देते हुए सांसद ने कहा कि लदंन के उच्चायुक्त कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में तिरंगा फहराना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने बताया कि लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग में स्वतंत्रता दिवस के दिन नेवी शिप तरंगिनी कार्यक्रम आयोजित किया जाना है, जिसमें शामिल होने का आमंत्रण उन्हें प्राप्त हुआ है।
4725 रेलकर्मियों के घर फहराया झंडा, 21 स्टेशनों पर लहरा रहा तिरंगा
स्वतंत्रता सप्ताह के पहले दिन ही 4725 रेलकर्मियों के घर झंडा फहर गया। 21 रेलवे स्टेशनों पर तिरंगा लहराने लगा है। पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने 46816 रेल कर्मचारियों को तिरंगा झंडा उपलब्ध करा दिया है। आजादी की 75वीं वर्षगांठ 15 अगस्त तक सभी घरों और रेलवे स्टेशनों पर तिरंगा झंडा लहराने लगेगा। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार पूर्वोत्तर रेलवे के 21 प्रमुख स्टेशनों पर 100 फीट ऊंचे राष्ट्रीय ध्वज लहरा रहे हैं। अन्य सभी रेलवे स्टेशनों पर भी तिरंगा प्रमुखता से फहराए जाने का क्रम जारी है।
256 इंजनों में लगे तिरंगा के स्टीकर, 2688 कोचों में लगा अमृत महोत्सव का लोगो
पूर्वोत्तर रेलवे में 256 इंजनों में तिरंगा के स्टीकर लगाए गए हैं। 2688 कोचों में ‘आजादी के अमृत महोत्सव‘ का लोगो वाले स्टीकर लगाए गए हैं। 173 स्टेशनों पर 224 डिजिटल स्क्रीन के माध्यम से ‘हर घर तिरंगा‘ पर आधारित क्रियेटिव डिस्प्ले प्रदर्शित किए जा रहे हैं। 148 पोस्टरों, बैनरों एवं स्टीकरों के माध्यमों से लोगों को ‘हर घर तिरंगा‘ के बेवसाइट की जानकारी दी जा रही है।
तिरंगामय हुआ रेलवे
आजादी के अमृत महोत्सव के तहत ‘हर घर तिरंगा‘ कार्यक्रम पूरी भव्यता से आयोजित किया जा रहा है। पूर्वोत्तर रेलवे के स्टेशनों, इंजनों, गाड़ियों के कोचों, सरकारी भवनों, प्रतिष्ठानों, रेलकर्मियों के आवासों आदि पर तिरंगा फहराया जा रहा है। स्टेशनों पर डिजिटल स्क्रीन, पोस्टर एवं बैनर के माध्यम से ‘हर घर तिरंगा‘ कार्यक्रम के बारे में आमजन को जागरूक करते हुए उन्हें राष्ट्र के सम्मान में घरों पर तिरंगा फहराने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
विभाजन की विभीषिका की याद में चित्र प्रदर्शनी
रेलवे बालक इंटर कालेज में बुधवार को भारत विभाजन की विभीषिका की याद में चित्र प्रदर्शनी लगाई गई। चित्रों के माध्यम से दर्शाया गया कि भारत का विभाजन किसी भी विभीषिका से कम नही था। उसका दर्द आज भी देश को झेलना पड़ रहा है। भारत के लोगों ने लाखों कुर्बानियां देकर ब्रिटिश हुकूमत से आजादी प्राप्त की थी, लेकिन भारत की आजादी के साथ देश का भी विभाजन हुआ। स्कूल के शिक्षकों ने छात्रों को संघर्ष और बलिदान के बारे में विस्तार से बताया। प्रधानाचार्य ने कठिन दौर के विभिन्न पहलुओं के बारे में विद्यार्थियों को जानकारी दी।