दिल्ली और केंद्र सरकार के बीच जारी तनातनी कम होने का नाम नहीं ले रही है। अब दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने रविवार को कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल वन महोत्सव कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेंगे क्योंकि इसका राजनीतिकरण कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने असोला वन्यजीव अभयारण्य के कार्यक्रम को हाईजैक करने की कोशिश की है। ल्ली पुलिस ने शनिवार रात को कार्यक्रम स्थल पर प्रधानमंत्री की तस्वीरों वाले बैनर लगाए हैं।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए राय ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने ऐसा प्रधानमंत्री कार्यालय से मिले निर्देश पर किया। राय ने कहा, ‘बीती रात दिल्ली पुलिस कार्यक्रम स्थल पर पहुंची और पूरे इलाके को अपने कब्जे में ले लिया। उन्होंने जबरन पीएम मोदी की तस्वीरों वाले बैनर लगाए और आप सरकार के बैनर फाड़ दिए।’ दिल्ली पुलिस ने लोगों को भी मोदी की तस्वीरों वाले बैनरों को नहीं छूने की चेतावनी दी है।
वन महोत्सव में शामिल नहीं होंगे केजरीवाल
पर्यावरण मंत्री ने कहा, ‘पुलिस को लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए और पीएम मोदी के बैनर नहीं लगाने चाहिए।’ उन्होंने कहा कि जरीवाल को इस कार्यक्रम में शामिल होना था, लेकिन अब उन्होंने इसमें भाग नहीं लेने का फैसला किया है। मंत्री ने कहा, ‘केजरीवाल सरकार के कार्यक्रम को पीएम मोदी के राजनीतिक कार्यक्रम में बदल दिया गया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री और मैंने अब कार्यक्रम में शामिल नहीं होने का फैसला किया है।’
केजरीवाल से डरते हैं मोदी
हालांकि इन आरोपों पर दिल्ली पुलिस या पीएमओ की तरफ से अभी तक कोई टिप्पणी नहीं आई है। पीटीआई की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना और केजरीवाल को इस कार्यक्रम में शामिल होना था और सभी तैयारियां कर ली गई थीं। राय ने कहा कि इस घटना से पता चलता है कि मोदी केजरीवाल से डरते हैं। उन्होंने कहा, ‘हमारी सरकार को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। सत्येंद्र जैन (दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री) को झूठे आरोपों में गिरफ्तार किया गया। अब उपमुख्यमंत्री (मनीष सिसोदिया) को गिरफ्तार करने की साजिश रची जा रही है। सीएम को सिंगापुर जाना था लेकिन फाइल अटक गई।’