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ED, IT की जांच के बीच बागी हुए शिवसेना के 3 नेता, करोड़ों की संपत्ति है अटैच

असम के गुवाहाटी में शिवसेना विधायक एकनाथ शिंदे का कैंप मजबूत होता नजर आ रहा है। अभी और विधायकों के भी समूह से जुड़ने के कयास लगाए जा रहे हैं। खास बात है कि इनमें से कुछ विधायक ऐसे भी हैं, जो प्रवर्तन निदेशालय या आयकर विभाग की जांच की आंच का सामना कर रहे हैं। शिवसेना के कुछ विधायक अपने खिलाफ जांच के जरिए परेशान किए जाने के भी आरोप लगा चुके हैं।

प्रताप सरनाईक से शुरू करते हैं। बुधवार को शिंदे खेमे की तरफ से जारी वीडियो में वह सबसे ज्यादा सक्रिय नजर आ रहे थे। ओवाला-माजीवाड़ा के विधायक के खिलाफ 175 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जांच चल रही है। खास बात यह भी है कि सरनाईक ही पहले ऐसे नेता थे, जिन्होंने सार्वजनिक तौर पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से भाजपा के साथ तनाव खत्म करने के लिए कहा था।

ठाणे में रियल एस्टेट के बड़े खिलाड़ी कहे जाने वाले सरनाईक की ईडी ने 11.35 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच कर दी थी।

भायखला विधायक यामिनी जाधव के पति यशवंत जाधव बृह्नमुंबई महानगर पालिका की स्थायी समिति के पूर्व अध्यक्ष हैं। उनके खिलाफ FEMA के कथित उल्लंघन से जुड़े मामले में ED जांच कर रही है। वहीं, ईडी की जांच से पहले आयकर विभाग के अधिकारियों ने जाधव परिवार को बांद्रा स्थित एक फ्लैट और यशवंत से जुड़ी करीब 40 संपत्तियों को कर चोरी के आरोप में अटैच कर दिया था।

तीसरा नाम शिवसेना सांसद भावना गवली का है। खबर है कि वह भी शिंदे समूह के समर्थन में आ गई हैं। उन्होंने सोमवार को ठाकरे के नाम एक पत्र लिखा और कहा कि उन्हें शिंदे ग्रुप की तरफ से उठाई गई समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए। गवली के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की जांच जारी है। उनके एक करीबी सईद खान को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था। साथ ही उनकी 3.75 करोड़ रुपये संपत्ति अटैच कर ली थी।