उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के श्रावस्ती में शनिवार को एक मुस्लिम दूल्हे की बुलडोजर से बारात आई। बुलडोजर वाली इस बारात को देखने के लिए लोग काफी उत्साहित दिखे। एक ओर जहां यूपी में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के दूसरे कार्यकाल का ‘बुलडोजर’ प्रतीक चिह्न बन गया है। वहीं दूसरी तरफ यूपी विधानसभा चुनाव में मिली जीत के बाद योगी आदित्यनाथ की ‘बुलडोजर नीति’ के क्रेज के चलते उन्हें ‘बुलडोजर बाबा’ का नाम दिया गया है।
शनिवार को बहराइच जिले के रिसिया ब्लॉक के अंतर्गत लक्ष्मणपुर शंकरपुर निवासी सलीम की बेटी रुबीना का निकाह श्रावस्ती के बादशाह के साथ शनिवार को हुआ। निकाह घर पहुंचने से पहले बुलडोजर पर दूल्हे बादशाह को बिठाकर चौराहे पर घुमाया गया। इस दौरान कई बाराती बुलडोजर पर सवार थे। बारातियों, घरातियों और क्षेत्र के लोगों में इस कदर उत्साह था कि चौक पर ‘बुलडोजर बाबा’ की जय की नारेबाजी होने लगी।
बहराइच सदर सीट से भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री अनुपमा जायसवाल ने मीडिया से कहा कि मुख्यमंत्री योगी जी का बुलडोजर सभी समुदायों के बीच सुशासन के प्रतीक के रूप में लोकप्रिय हो रहा है। उन्होंने कहा कि बुलडोजर सिर्फ अपराधियों के लिए ही भय का प्रतीक हो सकता है, शांतिप्रिय आमजन तो इसे शांति और अनुशासन का प्रतीक मानने लगे हैं। मुस्लिम समुदाय की बारात में इसका शामिल होना सभी समुदायों में योगी सरकार की लोकप्रियता का ज्वलंत उदाहरण है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार में कई माफिया, नेता और उपद्रव करने के आरोपी बुलडोजर के शिकार हो चुके हैं। बांदा जेल में बंद पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी, मुख्यमंत्री योगी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोपी बरेली की भोजीपुरा सीट से सपा विधायक तथा पूर्व मंत्री शहजिल इस्लाम और जेल में बंद पूर्व सांसद अतीक अहमद के कथित अवैध निर्माण पर बुलडोजर चल चुका है।