पोलैंड के प्रधानमंत्री (Poland Prime Minister) माटुज़ मोरावीकी (Mateusz Morawiecki) ने कहा है कि अगर नाटो सदस्यता (NATO Membership) से पहले स्वीडन और फ़िनलैंड (Sweden and Finland) पर हमला होता है तो पौलेंड इनकी मदद करेगा. उन्होंने एक सम्मेलन के दौरान कहा, “मैं स्वीडन और फिनलैंड के नाटो में शामिल होने को यूरोप (Europe) में सुरक्षा को मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण संकेत मानता हूं.” मोरावीकी ने कहा, “मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि स्वीडन या फ़िनलैंड पर इस प्रक्रिया (नाटो में शामिल होने की) के दौरान हमले की स्थिति में, पोलैंड उनकी सहायता के लिए आएगा.”
इससे पहले उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के महासचिव जेन्स स्टोल्टनबर्ग ने बुधवार को कहा कि फिनलैंड और स्वीडन ने नाटो में शामिल होने के लिए आधिकारिक तौर पर आवेदन दिया है. दोनों देशों ने यूक्रेन पर रूस के हमले से बढ़ी चिंताओं के बीच सबसे बड़े सैन्य गठबंधन में शामिल होने के लिए यह कदम उठाया है. वहीं, स्टोल्टेनबर्ग ने दो नॉर्डिक देशों के राजदूतों से उनके आवेदन पत्र प्राप्त करने के बाद कहा, मैं नाटो में शामिल होने के लिए फिनलैंड और स्वीडन के अनुरोधों का गर्मजोशी से स्वागत करता हूं. आप हमारे सबसे करीबी साथी हैं.” उन्होंने इसे एक ऐतिहासिक क्षण बताया.
शीत युद्ध के दौरान तटस्थ रहने वाले दोनों देशों का गठबंधन में शामिल होने का निर्णय दशकों में यूरोप की सुरक्षा में सबसे महत्वपूर्ण परिवर्तनों में से एक है. राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को कहा कि स्वीडिश और फिनिश नाटो सदस्यता से रूस को कोई खतरा नहीं है, लेकिन आगाह किया कि अगर पश्चिमी गठबंधन नए नॉर्डिक सदस्यों में सैन्य बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देता है तो मास्को जवाब देगा.