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800 विकेट लेने वाले गेंदबाज मुरलीधरन गेम में सचिन से नहीं बल्कि इस खिलाड़ी से लगता था डर

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट (international cricket) में सबसे ज्यादा विकेट हासिल करने वाले मुथैया मुरलीधरन (muttiah muralitharan) ने एक खुलासा किया है. अपने इस खुलासे में उन्होंने कहा है कि उनको सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) को गेंदबाजी करने में कभी डर नहीं लगता था, क्योंकि वह उन्हें वीरेंद्र सहवाग या ब्रायन लारा (Virender Sehwag or Brian Lara) जैसा नुकसान किसी को नहीं पहुंचाते थे. मुरलीधरन ने कहा कि आज के बल्लेबाजों में भारत के विराट कोहली और पाकिस्तान के बाबर आजम उनका बहुत अच्छे तरीके से सामना कर सकते थे.

सचिन से नहीं लगता था डर

मुरलीधरन ने एक इंटरव्यू में बातचीत में कहा, ‘सचिन के लिए गेंदबाजी करने में डर नहीं लगता था, क्योंकि वह आपको बहुत नुकसान नहीं पहुंचाते थे. वह सहवाग के विपरीत थे जो आपको आहत कर सकता है. वह (सचिन) अपना विकेट बचाए रखते थे. वह गेंद को अच्छी तरह से समझते थे और वह तकनीक जानते थे.’

टेस्ट क्रिकेट में 800 विकेट लेने वाले दिग्गज गेंदबाज मुरलीधरन ने आगे बताया कि, ‘अपने करियर के समय मुझे लगा कि ऑफ स्पिन सचिन की मामूली कमजोरी है. लेग स्पिन पर वह करारे शॉट जमाते थे, लेकिन ऑफ स्पिन खेलने में उन्हें थोड़ी परेशानी होती थी क्योंकि मैंने उन्हें कई बार आउट किया. इसके अलावा कई ऑफ स्पिनरों ने उन्हें कई बार आउट किया. मैंने इसे देखा है.’

उन्होंने ये भी कहा कि, ‘मैं नहीं जानता. मैंने कभी उनसे इस बारे में बात नहीं की कि आप ऑफ स्पिन खेलने में सहज महसूस क्यों नहीं करते. मुझे लगता कि उनकी थोड़ी कमजोरी है और इसलिए अन्य खिलाड़ियों की तुलना में मैं थोड़ा फायदे में रहा. सचिन को हालांकि आउट करना आसान नहीं था.’

ज्ञात हों कि मुरलीधरन ने वनडे इंटरनेशनल में 534 विकेट हासिल किये थे. अपने करियर में उन्होंने तेंदुलकर को 13 बार आउट करवाया था. उन्होंने सहवाग और लारा की भी तारीफ भी की और कहा कि अपने करियर में उन्होंने जिन बल्लेबाजों के लिए गेंदबाजी की उनमें ये दोनों सबसे खतरनाक थे.

नये खिलाडियों के लिये कही ये बात

मुरलीधरन ने बोला किया, ‘सहवाग बहुत अधिक खतरनाक थे. उनके लिए हम हमेशा सीमा रेखा के पास फील्डर लगाकर रखते थे, क्योंकि हम इस बात को बखूबी जानते थे कि वह लंबे शॉट खेलने के लिए मौका देखेंगे. वो ये जानते था कि जब उनका दिन होगा तो वह किसी पर भी आक्रमण कर सकते हैं. फिर हम रक्षात्मक फील्डिंग लगाकर क्या कर पाते.’