अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने 10 अरब रुपये (यानी 1000 करोड़ रुपये) जुटाने की योजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया है. कंपनी ने शेयर बाजार में बड़ी गिरावट के बाद बॉन्ड्स की पहली सार्वजनिक बिक्री के जरिए 10 अरब रुपये (या 122 मिलियन डॉलर) जुटाने के प्लान को रद्द कर दिया है. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, गौतम अडाणी के कारोबार की फ्लैगशिप कंपनी ने जनवरी में पब्लिक नोट जारी करने की योजना बनाई थी. उसने Edelweiss फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड, एके कैपिटल, जेएम फाइनेंशियल और ट्रस्ट कैपिटल के साथ काम किया था.
रिपोर्ट के मुताबिक, अब इस पर काम रूक गया है. उसे यह जानकारी अनजान रहने की शर्त पर कुछ लोगों ने दी है. क्योंकि मामला निजी है. अडानी ग्रुप के लिए कुछ दिनों से भारी संकट चल रहा है. अमेरिका में आधारित शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिपोर्ट ने पिछले महीने उसे शेयर बाजार में हेरफेर और अकाउंटिंग से जुड़ी धोखाधड़ी का आरोप लगाया था. जहां समूह ने आरोपों से साफ इनकार कर दिया था. वहीं, उसके शेयर और बॉन्ड की कीमतों में तेज गिरावट देखने को मिली है.