राजस्थान के उदयपुर जिले में रविवार को मनाए जाने वाले ईद उल जुहा त्यौहार को लेकर पुलिस एवं प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और इस दौरान कानून एवं शांति व्यवस्था बनाएं रखने के लिए पुलिस और प्रशासन द्वारा पुख्ता प्रबंध सुनिश्चित किए गए हैं। संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट और पुलिस महानिरीक्षक प्रफुल्ल कुमार द्वारा गुरुवार और शुक्रवार को ली गई तीन मैराथन बैठकों के बाद अब प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारियों द्वारा विभिन्न प्रकार की व्यवस्थाओं के लिए अधीनस्थों को आदेशित किया है।
जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट ताराचंद मीणा ने शहर भर में विभिन्न क्षेत्रों में 18 कार्यपालक मजिस्ट्रेट्स को नियुक्त किया है। इसके साथ ही उन्होंने सभी एसडीओ को अपने-अपने क्षेत्र में कार्यपालक मजिस्ट्रेट्स नियुक्त करते हुए अपने-अपने क्षेत्र में सतत भ्रमण करते हुए निगरानी रखने और एडीएम सिटी से समन्वय स्थापित करते हुए कानून एवं व्यवस्था की स्थिति की जानकारी देने को पाबंद किया है। इसी प्रकार जिला पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने शहर को 3 सेक्टरों में बांटकर एएसपी रैंक के अधिकारियों को प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया है। इसी प्रकार उन्होंने शहर के 10 थाना क्षेत्रों में पर्याप्त संख्या में पुलिस दल को नियोजित किया है। उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा क्षेत्र की चप्पे-चप्पे पर ड्रोन से भी निगरानी की व्यवस्थाएं की जा रही है। इसके साथ ही सादा वस्त्रों में भी सभी क्षेत्रों में पुलिसकर्मियों को तैनात किया जा रहा है।
हर पोस्ट पर पुलिस की नजर
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आईएएस मयंक मनीष ने बताया कि जिला प्रशासन और पुलिस विभाग लगातार अपने नेटवर्क के माध्यम से सोशल मीडिया पर किसी भी धर्म, जाति, संप्रदाय, व्यक्ति विशेष के संबंध में भ्रामक, भड़काऊ और अवांछित पोस्ट, फोटो, विडियो या ऑडियो संदेश पर निगरानी रख रहा है और शिकायत पाएं जाने पर ऐसे लोगों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई भी की जा रही है। उन्होंने आमजन और युवाओं से आह्वान किया है कि किसी व्यक्ति द्वारा सोशल मीडिया यानी व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर पर इस प्रकार की कोई भी पोस्ट फॉरवर्ड की जा रही है तो इसे किसी भी स्थिति में फॉरवर्ड न करें और तत्काल ही जिला पुलिस के नियंत्रण कक्ष सूचित करें ताकि ऐसी पोस्ट को वायरल होने से रोका जा सके।