मऊ जिले के घोसी सीट से सांसद अतुल राय की मुश्किलें और बढ़ेंगी। अतुल राय पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली युवती के आत्मदाह के बाद उसकी मां ने आरोपी को फांसी की सजा देने की मांग की है। छात्रा की मां ने कहा कि परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर जरूर है लेकिन बेटी की लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाया जाएगा। बेटी को न्याय दिलाने के लिए हर संघर्ष करेंगे। बहुजन समाज पार्टी के सांसद अतुल राय पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली छात्रा और उसके गवाह मित्र ने 16 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के बाहर आत्मदाह कर लिया था। दोनों ने आत्मदाह से पहले फेसबुल लाइव किया था जिसमें आरोपियों के बारे में सच बताया था। हाल के दिनों में पुलिस अधिकारियों पर हुई कार्रवाई से परिजनों को उम्मीद जगी है कि मामले में इंसाफ जरूर मिलेगा।
शनिवार को दुष्कर्म पीड़िता की मां ने आरोपी सांसद को कोर्ट से मृत्युदंड देने की मांग की। पीड़िता के भाई ने कहा कि सांसद अतुल राय को कठोर से कठोर सजा मिलनी चाहिए। भाई ने कहा कि ताकतवर सांसद से हम मुकदमा नहीं लड़ पाएंगे। मामले में सरकार को मदद करनी चाहिए। मेरी बहन और उसके दोस्त साथी का इंसाफ मिलना चाहिए। उसने कहा कि बहन की मौत के बाद कुछ पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है। उसने बताया कि यह कार्रवाई पहले की गई होती तो मेरी शायद मेरी बहन जिंदा होती। ज्ञात हो कि न्याय न मिलने से निराश युवती के सुप्रीम कोर्ट के सामने आत्मदाह की कोशिश करने की सूचना के बाद ही युवती की मां और भाई दिल्ली चले गए थे। उनके सामने ही युवती की मौत हो गई थी।
अंतिम सांस तक आरोपी सांसद के खिलाफ लड़ी पीड़िता
आत्मदाह करने वाली युवती पिछले दो साल से ज्यादा समय से अकेले घोसी से बसपा सांसद अतुल राय के खिलाफ मजबूती से लड़ाई लड़ रही थी। सांसद के गुर्गों की प्रताड़ना भी उसके हौसले को डिगा नहीं पाई थी। न्याय की आस में भटक रही पीड़िता ने 16 अगस्त को फेसबुक पर लाइव वीडियो शेयर कर आत्मदाह किया था। सुप्रीम कोर्ट के बाहर आत्मदाह के बाद हड़कम्प मच गया। मजबूत हौसलों वाली पीड़िता और उसके गवाह के इस कदम के पीछे बसपा सांसद के गुर्गों की प्रताड़ना है। बलिया के छोटे से गांव से वाराणसी पढ़ने आई पीड़िता के हौसलों का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसने यूपी कॉलेज के छात्रसंघ चुनाव में भाग्य आजमाया था। उसे विद्यार्थियों के बीच अच्छा समर्थन था। एक मई 2019 को बसपा सांसद अतुल राय के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था।
मुकदमा दर्ज कराने के बाद उसने न्याय के लिए लंबी लड़ाई लड़ी। 22 जून 2019 से जेल में बंद सांसद के साथ ही पुलिस की कार्यशैली पर पीड़िता सोशल मीडिया पर कटाक्ष करती रहती थी। पुलिस इस मामले में लगातार लापरवाही और दबाव में काम करती रही। तीन जनवरी 2021 को 49 मिनट का एक वीडियो ट्वीट कर पीड़िता ने मारपीट का आरोप भी लगाया था। गवाह ने भी दिसंबर 2020 में शिवपुर निवासी शोभित सिंह और शुभम के खिलाफ धमकी देने का मुकदमा दर्ज कराया था। दोनों ने लंका पुलिस को पुख्ता प्रमाण भी सौंपे थे। पीड़िता और उसके गवाह की बात हमेशा दबा दी गयी।