पंजाबी सिंगर शुभदीप सिंह उर्फ सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड मामले (Sidhu Moosewala Murder Case) में रोज नए खुलासे हो रहे हैं. मूसेवाला हत्याकांड के मुख्य माइस्टरमाइंड गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) ने पुलिस को बताया कि सिद्धू न सिर्फ उसके विरोधी गैंग से जुड़ा था, बल्कि वह अपने गानों और गानों में हथियारों के इस्तेमाल से हम लोगों को लगातार चैलेंज करता था.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई तिहाड़ जेल में लगातार फोन का इस्तेमाल करता था. जेल से फोन के जरिए वो गोल्डी से बात करता था कि किसको धमकी देनी है, किससे रंगदारी वसूलना है और किस पर गोली चलवाना है? यह सब फोन पर लॉरेंस तय करता था. सिद्धू मूसेवाला के मर्डर के 2 महीने पहले तक जेल में बंद लॉरेंस की कनाडा में बैठे गोल्डी बराड़ से बातचीत हो रही थी.
पंजाब के सबसे बड़े गैंगस्टर में से एक और पंजाब का बड़ा ड्रग माफिया जग्गू भगवानपुरिया भी तिहाड़ जेल में लॉरेंस बिश्नोई के साथ बंद था. भगवानपुरिया को हाल में जेल से दिल्ली पुलिस ने कस्टडी में लिया, पूछताछ में उसने खुलासा किया कि 22 फरवरी तक वह लॉरेंस के साथ जेल में एक साथ बंद था. जहां लगातार कनाडा में बैठे गोल्डी का फोन तिहाड़ में लॉरेंस और मेरे पास आता था और हमारी बात होती थी. जग्गू ने बताया कि बाद में मुझे और लॉरेंस को अलग-अलग बैरक में बंद कर दिया गया था.
जग्गू भगवानपुरिया ने खुलासा किया कि गोल्डी ने एक बार पाकिस्तान से मेरे लिए 50 पिस्टल मंगवाई थीं. जो शूटरों में बंटवानी थीं. लेकिन पुलिस ने पकड़ लिया था. गोल्डी ही हथियारों की सप्लाई करवाता है. जेल में लगातार फोन के इस्तेमाल की जानकारी के बाद लॉरेंस बिश्नोई को मार्च-2022 में जेल नंबर 8 में शिफ्ट कर दिया गया था. बता दें कि लॉरेंस बिश्नोई जून 2021 से तिहाड़ जेल में बंद था.
सिद्धू मूसेवाला की हत्या के लिए लॉरेंस ने ऐसी प्लानिंग बनाई जो किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं थी. इतना ही नहीं, प्लानिंग ऐसी की कोई भी जांच एजेंसी चकमा खा जाए. लॉरेंस ने कनाडा में बैठे गोल्डी बराड़ की मदद से अपने भाई अनमोल को भारत से बाहर यूरोप में शिफ्ट करवाया. भाई और भांजे को भारत से फरार करवाने का मकसद था कि सिद्धू की हत्या के केस के बाद पुलिस दोनों को गिरफ्तार न कर पाए. इसके बाद लॉरेंस और गोल्डी ने सिद्धू को मारने का प्लान बनाया.
लॉरेंस बिश्नोई ने दिल्ली पुलिस की पूछताछ में खुलासा किया था कि 7 अगस्त 2021 को हुई विक्की मिद्दुखेड़ा की हत्या के बाद से सिद्धू मूसेवाला की हत्या के लिए रेकी की जा रही थी. लेकिन सिद्धू के आसपास सुरक्षा की वजह से वह बच रहा था. एक बार ये भी प्लान बनाया गया था कि सिद्धू को घर में घुसकर मारा जाए. पता हो कि सरकारी सुरक्षा कम होने के दूसरे दिन (29 मई) ही सिद्धू मूसेवाला का मर्डर कर दिया गया था.