महाराष्ट्र में निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को लेकर सियासी खींचतान जारी है. शिवसेना ने महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर लगे वसूली के आरोप को लेकर सवाल उठाए हैं. शिवसेना के मुखपत्र सामना में कहा गया है कि सचिन वाजे वसूली कर रहा था और राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख को इसकी जानकारी नहीं थी? शिवसेना ने सामना में कहा है कि अनिल देशमुख ने कुछ सीनियर अफसरों से बेवजह पंगा लिया.
गृहमंत्री को कम-से-कम बोलना चाहिए. बेवजह कैमरे के सामने जाना और जांच का आदेश जारी करना अच्छा नहीं है. ‘सौ सुनार की एक लोहार की’ ऐसा बर्ताव गृहमंत्री का होना चाहिए. पुलिस विभाग का नेतृत्व सिर्फ ‘सैल्यूट’ लेने के लिए नहीं होता है. वह प्रखर नेतृत्व देने के लिए होता है. प्रखरता ईमानदारी से तैयार होती है, ये भूलने से कैसे चलेगा?