विवादित बयान मामले में अभिनेत्री कंगना रनौत की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। जबलपुर जिला अदालत में अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ एक अधिवक्ता ने परिवाद दायर किया है। अधिवक्ता अमित साहू ने कहा कि कंगना रनौत ने देश की आजादी पर गैर जिम्मेदाराना बयान दिया है जो देश हित में नहीं है। कंगना ने कहा था की भारत देश को आजादी 1947 नहीं मिली थी बल्कि वर्ष 2014 में मिली थी। अधिवक्ता अमित साहू ने परिवाद दायर करते हुए जिला अदालत से मांग की है कि कंगना रनौत के जिस तरह से देश की आजादी को लेकर जो बयान दिया है, वह माफी योग्य नहीं है। इसलिए कंगना रनौत के खिलाफ एफआरआई दर्ज की जानी चाहिए। अमित साहू ने कहा कि देश की आजादी में कई स्वतंत्रता सेनानियों और देश भक्तों ने अपनी जान की परवाह किए बगैर शहीद हो गए और कंगना 1947 में मिली आजादी को भीख समझ रही है।
अब शिवसेना सांसद कृपाल तुमाने ने अभिनेत्री कंगना रनौत पर बयान दिया है. सांसद ने कहा है की महात्मा गांधी जी अगर सत्ता के लालची होते तो उस समय प्रधानमंत्री-राष्ट्रपति सब कुछ बन सकते थे। कंगना रनौत को क्या करके पद्म श्री मिला, किसके पांव चाटने से, क्या-क्या चाटने से ये पद मिला है ये दिल्ली के सभी सांसद, विधायक बहुत अच्छे से जानते हैं..
जानकार ये कहने से भी कोई गुरेज नहीं कर रहे है सांसद को इस तरीके की अशोभनीय टिप्पणी महिला के लिए प्रकट नहीं करनी चाइये थी। हो सकता है की राष्ट्रिय महिला आयोग इस मामले में संज्ञान लेकर सांसद के अशोभनीय टिप्पणी पर नोटिस जारी कर सकता है। तथा एक्ट्रेस कंगना रनौत भी शिवसेना सांसद कृपाल तुमाने के ऊपर कानूनी कार्यवाही कर सकती हैं। शिवसेना सांसद कृपाल तुमाने द्वारे दिए गए बयान पर बवाल मचना तय है।