मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद की बैठक मंगलवार को मंत्रालय में हुई. इसमें निर्णय लिया गया कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को तीन हजार रुपये वृद्धि के बाद अब 13 हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय मिलेगा. सहायिका और मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को 750 रुपये वृद्धि के बाद प्रतिमाह बढ़ा हुआ मानदेय मिलेगा. इसके साथ ही सरकार ने पाल-गडरिया, धनगर वर्ग के समग्र कल्याण के लिए मां अहिल्या देवी कल्याण बोर्ड का गठन का फैसला लिया है.
सरकार ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को क्या लाभ दिए हैं
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के मानदेय में प्रतिवर्ष 1000 रुपये और आंगनवाड़ी सहायिका और मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के मानदेय में 500 रुपये प्रतिवर्ष की वृद्धि की जाएगी.इसके साथ ही 62 साल की आयु पूरी करने पर सेवानिवृत्ति के समय आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को एक लाख 25 हजार रुपये और आंगनवाड़ी सहायिका और मिनी आंगनवाड़ी कार्यकताओं को एक लाख रुपये दिए जाएंगे.
इसके साथ ही शिवराज मंत्रिपमंडल ने प्रदेश में दस नवीन महाविद्यालयों की स्थापना, चार महाविद्यालय में नवीन संकाय और सात महाविद्यालयों में स्नातकोत्तर विषय प्रारंभ किए जाने के लिए 589 नवीन पद सृजित करने की मंजूरी दी गई. इसके लिए आवर्ती व्यय भार 33 करोड़ 47 लाख 50 हजार रुपये प्रतिवर्ष और अनावर्ती व्यय 105 करोड़ 46 लाख 70 हजार रुपये की स्वीकृति दी गई.
क्या काम करेगा मां अहिल्या देवी कल्याण बोर्ड
मंत्रिमंडल ने मां अहिल्या देवी कल्याण बोर्ड के गठन का निर्णय लिया है. मुख्यमंत्री की ओर से 22 अप्रैल को की गई घोषणा के आधार पर पाल-गडरिया, धनगर वर्ग के समग्र कल्याण के लिए मां अहिल्या देवी कल्याण बोर्ड का गठन करने का निर्णय लिया गया.इस बोर्ड में एक अध्यक्ष और चार सदस्य होंगे.बोर्ड के गठन से पाल-गडरिया, धनगर वर्ग के व्यक्तियों के लिए शासन की कल्याणकारी योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन सुनिश्चित होगा.इस वर्ग की आवश्यकता के अनुसार कार्यक्रम बनाए जाएंगे. इससे इस वर्ग के आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक विकास को गति मिलेगी.